शहरी क्षेत्र की तरह भोरंज व सधिरयाण पंचायत के ग्रामीणों को सीवरेज की सुविधा मिलेगी। इसके लिए जल शक्ति विभाग ने सर्वे रिपोर्ट के आधार पर डीपीआर तैयार कर उच्च अधिकारियों की स्वीकृति के लिए भेज दी है। इस कार्य योजना की स्वीकृति मिलते ही सीवरेज का कार्य शुरू होगा। जिसे लेकर भोरंज विधानसभा क्षेत्र में भोरंज व सधिरयाण पंचायत ऐसी पहली पंचायतें होगी, जिसमें ग्रामीणों को सीवरेज की सुविधा मिलेगी। इसके निर्माण पर करीब 19 करोड़ 82 लाख 95 हजार रूपए खर्च होने का अनुमान है।
मिली जानकारी के अनुसार भोरंज उपमंडल के मुख्यालय के साथ लगते गांवों को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए जल शक्ति विभाग ने तरक्वाड़ी, सधिरयाण मालियां, सम्मू, भोटी, भोरंज उपराल व बुल्ला सहित आठ गांवों की करीब 4800 आबादी को सीवरेज से जोड़ने की कार्य योजना तैयार की है। इसे लेकर डीपीआर तैयार करने से पहले जल शक्ति विभाग की एक एजेंसी से सर्वे करवाकर योजना को अंतिम रूप दिया है, ताकि समस्त घरों के गंदे पानी को बाहर निकाल कर बिछने वाली सीवरेज लाइन में डाला जाए।
घरों के गंदे पानी को भोरंज क्षेत्र में बहने वाले नाले में बनने वाले प्रस्तावित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में डाला जाएगा तथा पानी की कमी को दूर करने के नई पेयजल योजना भी तैयार की जाएगी। सीवरेज की सुविधा मिलने से शौचालयों के बहने वाले गंदे पानी से लोगों को छुटकारा मिलेगा।
सीवरेज के कार्य को अंतिम रूप देते हुए जल शक्ति विभाग ने डीपीआर तैयार करके राज्य तकनीकी अप्रूवल कमेटी की स्वीकृति के लिए भेज दी है। स्वीकृति मिलने के बाद भोरंज मुख्यालय के साथ दो पंचायतों के आठ गांवों को शहरों की तर्ज पर सीवरेज की सुविधा मिलेगी। भोरंज पंचायत के पूर्व प्रधान गरीब दास, ग्रामीण संजीव,जगदीश चंद, विजय, उत्तम चंद, हरी कमल, रमेश चंद, अमर चंद, पवन कुमार, कर्म चंद, रतन चंद, कुलदीप चंद, कमला देवी, रतन चंद, अमीं चंद व अन्य का कहना है कि क्षेत्र में सीवरेज सुविधा मिलने से स्वच्छता बढेगी।
उधर, भोरंज पंचायत प्रधान पूजा देवी का कहना है कि भोरंज उप मंडल व तरक्वाड़ी क्षेत्र व्यापारिक केंद्र की बजह से शहरीकरण की ओर बढ़ रही है। ऐसे में इस क्षेत्र को सीवरेज की सुविधा से जोड़ने के लिए जल शक्ति विभाग सराहनीय कार्य कर रहा है। इसके पंचायत कविभाग को पूरा सहयोग करेगी।
क्या कहते हैं सहायक अभियंता भोरंज
जल शक्ति विभाग उप मंडल भोरंज के सहायक अभियंता आशीष देव का कहना है कि विभाग ने भोरंज के साथ लगते आठ गांवों में सीवरेज के लिए सर्वे के आधार पर 19 करोड़ 82 लाख 95 हजार रूपए की डीपीआर तैयार की है। इसे राज्य उच्च अधिकारियों की स्वीकृति के लिए भेज दिया है। इसके आधार पर एक ट्रीटमेंट प्लांट का भी निर्माण होगा।