सोलन में पिछले वर्ष टमाटर ने किसानों को मालामाल कर दिया था। सेब से भी अधिक मूल्य पर सोलन का टमाटर बिक रहा था लेकिन आज यह है मूल्यवान टमाटर सोलन की सब्जी मंडी में सड़कों पर बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है। जिसकी वजह से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं। वहीं आढ़ती भी बेहद चिंतित है। आप को बता दें कि गर्मी अधिक होने के कारण टमाटर बहुत जल्दी पक रहा है यही कारण है कि टमाटर की सप्लाई अन्य राज्यों को अधिक नहीं हो पा रही है। टमाटर अधिक पका होने के कारण जल्द खराब हो रहा है और उसे यूं ही फेंकने के अलावा कोई चारा नहीं है सोलन के आढ़ती अनिल मेहता ने बताया कि किसान अधिक मूल्य की लालसा में टमाटर को अपने खेतों से नहीं तोड़ रहा है और जब वह पूरा पक कर तैयार हो जाता है तो उसे वह मंडियों में लेकर आ रहा है अधिक पाक होने के कारण उसका मूल्य ₹200 प्रति क्रेट से अधिक उसे नहीं मिल रहा है। अनिल ने बताया कि जो किसान हरा टमाटर ले कर आ रहा है उसे प्रति क्रेट 700 रूपये दाम भी मिल रहे है। लेकिन अधिक लाल होने पर किसानों को टमाटर के दाम अच्छे नहीं मिल रहे है। क्योंकि जो अधिक लाल टमाटर होता है वह बेहद जल्दी खराब हो जाता है। इस लिए वह ज़्यादा पके टमाटर को छांट कर सडक पर गिरा रहे है क्योकि उसकी मांग नहीं है। जिसकी हानि किसानों को उठानी पड़ रही है।