सोलन में टमाटर बना किसानों की मायूसी का कारण, 250 से 500 रुपये प्रति क्रेट के दाम से परेशान किसान

सोलन जिले में टमाटर की फसल को किसानों के लिए लाल सोना कहा जाता है, लेकिन इस बार यही फसल उनके लिए घाटे का सौदा बन गई है। वर्षों से टमाटर की पैदावार किसानों को मालामाल करती आई है और कई बार इसके दामों ने सेब को भी पीछे छोड़ दिया था। लेकिन इस बार सोलन की मंडियों में टमाटर मात्र 250 से 500 रुपये प्रति क्रेट के भाव बिक रहा है। सोलन की आर्थिकी काफी हद तक टमाटर पर निर्भर है और जब इसका सीजन खराब जाता है, तो बाजारों में भी मंदी छा जाती है। ऐसे में किसान सरकार से ठोस हस्तक्षेप और न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसी व्यवस्था की मांग कर रहे हैं, ताकि उन्हें राहत मिल सके और खेती फिर से लाभदायक बन सके।किसान मदन ठाकुर ने बताया कि इन दामों में तो उत्पादन की लागत भी नहीं निकल रही। बीज, खाद, कीटनाशक और परिवहन जैसे खर्चे उन्हें पूरी तरह से आर्थिक नुकसान की ओर धकेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, सभी सरकारें किसानों के हित में बड़े-बड़े वादे करती हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई राहत नहीं मिलती।byte किसान मदन ठाकुर