सोलन, 6 मई: अफ्रीकन स्वाइन फीवर के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला सोलन में पशुपालन विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया है। विभाग के उपनिदेशक डॉ. विवेक लांबा ने जिले में सूअर पालन कर रहे सभी पशुपालकों से सतर्क और जागरूक रहने की अपील की है।डॉ. लांबा ने जानकारी दी कि अफ्रीकन स्वाइन फीवर एक अत्यंत घातक और संक्रामक वायरस जनित बीमारी है, जो एक बार झुंड में फैलने पर पूरे झुंड को नष्ट कर सकती है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले में इस बीमारी की वजह से दर्जनों सूअरों की मौत हो चुकी है, जिससे इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
उपनिदेशक डॉ. विवेक लांबा ने पशुपालकों से आग्रह किया कि यदि किसी भी सूअर में बीमारी के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत विभाग को सूचित करें और पशुओं के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी करें। डॉ. लांबा ने स्पष्ट किया कि इस बीमारी का फिलहाल कोई प्रभावी इलाज उपलब्ध नहीं है, ऐसे में केवल सतर्कता और समय पर उठाए गए कदम ही इस संक्रमण से बचाव कर सकते हैं।पशुपालकों को सलाह दी गई है कि वे अपने सूअरों का समय रहते टीकाकरण अवश्य कराएं, ताकि उन्हें इस घातक बीमारी से सुरक्षित रखा जा सके। पशुपालन विभाग द्वारा जिले के मुख्यालयों से लेकर दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों तक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि पशुपालकों को समय पर जानकारी मिल सके और वे आवश्यक एहतियाती कदम उठा सकें।
बाइट उपनिदेशक डॉ. विवेक लांबा