ताज महल के बारे में भला कौन नहीं जानता. दुनिया के 7 अजूबों में से एक मानी जाने वाली इस इमारत ने सदियों से कवियों, संगीतकारों और चित्रकारों को अपनी खूबसूरती से आकर्षित किया है. आगरा में स्थित ये मोहब्बत का प्रतीक देश के सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटक आकर्षणों में से एक है.
क्या आप जानते हैं ‘काले ताजमहल’ के बारे में?
ताजमहल की बनावट और इसके आकर्षक रंग के कारण ये इतना प्रसिद्ध हुआ है. ऐसे में सोचिए अगर ताज महल का रंग काला हो जाए तो ये देखने में कैसा लगेगा? क्या आप इसकी कल्पना कर सकते हैं? वैसे आपको कल्पना करने की जरूरत नहीं क्योंकि आप ताज महल को काले रंग में भी देख सकते हैं. जी हां, हमारे ही देश में एक और ताज महल है जो अपने काले रंग की वजह से ‘ब्लैक ताजमहल’ या ‘काला ताजमहल’ के नाम से जाना जाता है.
इसे देख कर बना था असली ताजमहल!
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 7 किमी की दूरी पर स्थित शाह नवाज खान के मकबरे पर बना है देश का दूसरा यानी ‘काला ताज’. हम सबने ये सुना है कि आगरा के सफेद ताज महल को शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में बनवाया था. कहा जाता है कि मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में स्थित काला ताज महल को देखने के बाद ही शाहजहां के दिमाग में आगरा में ताज महल बनाने की सोच उपजी थी. हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है इस बारे में अभी तक तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है.
शाहनवाज का मकबरा
बताया जाता है कि काला ताजमहल 1622 और 1623 ईस्वी के बीच बनाया गया था. अभिलेखों के मुताबिक, यह काला ताज अब्दुल रहीम खानखाना के सबसे बड़े पुत्र शाह नवाज खान का मकबरा है. शाह नवाज को उनकी बहादुरी के कारण मुगल सेना का कमांडर बनाया गया था. 44 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कहने के बाद उन्हें बुरहानपुर में उतावली नदी के तट पर दफनाया गया था. अभिलेखों के मुताबिक, इस काले ताज में शाहनवाज खान की पत्नी का मकबरा भी है.
एक तो ये ताज महल पहले ही काले पत्थर से बना था ऊपर से समय की मार के कारण ये और भी काला हो गया है. मकबरे को करीब से देखेंगे पर ये पता चलता है कि जिस समय ये बन कर तैयार हुआ होगा उस समय इसकी खूबसूरती देखते बनती होगी. बुरहानपुर की मिट्टी में दीमक और कीड़े लगने की वजह से ही सफेद संगमरमर के ताजमहल को आगरा में बनाया गया था.
कभी बेहद खूबसूरत थी ये इमारत
हालांकि ये इमारत उतनी मशहूर नहीं हो पाई जितनी अन्य मुगल कालीन इमारतें हुईं. इसका आकार भी सफेद ताज के मुकाबले काफी छोटा है. चूंकि ये आम काले पत्थरों से बनाया गया था, इसलिए इस संरचना का नाम काला ताज रखा गया. यह एक विशाल गुम्बद जैसी संरचना है, जो एक बगीचे से घिरी हुई है, और आकार में चौकोर है. इमारत के अंदर आप खूबसूरत पेंटिंग्स को देख सकते हैं.
आप भी अगर काले ताज को देखना चाहते हैं तो बुधवार का दिन छोड़ कर हफ्ते के अन्य किसी भी दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच यहां जा सकते हैं. इस काले ताजमहल को देखना वाकई में एक नया अनुभव हो सकता है.