कोली समाज नाहन मंडल के प्रधान दीपचंद द्वारा मंडल में नए सदस्यों का चयन करते ही बवाल मच गया है। कोली समाज के नाहन मंडल के दूसरे पदाधिकारियों ने इसे असंवैधानिक, अपरंपरागत और अमान्य करार दिया है। उनका कहना है कि मंडल प्रधान ने चयनित कार्यकारिणी से चर्चा किए बिना ही, नए सदस्यों को कार्यकारिणी में शामिल किया है। ऐसे में मंडल प्रधान के द्वारा जिन सदस्यों को नाहन मंडल में शामिल किया है। उसका कोई औचित्य ही नहीं है।
कोली समाज नाहन मंडल के महासचिव प्रवीण तोमर ने इस बारे में संगठन के जिला प्रधान से आपात बैठक बुलाने का भी आग्रह किया है। रविवार को जारी प्रेस बयान में कोली समाज नाहन मंडल के महासचिव प्रवीण तोमर ने आरोप लगाया कि मंडल प्रधान दीपचंद ने मंडल कार्यकारिणी से विचार विमर्श किए बिना अपने स्तर पर ही नए सदस्यों को मंडल कार्यकारिणी में जगह दी है। इसके लिए बाकायदा मीडिया को सूची भी जारी की है। यह कार्य पूरी तरह से असंवैधानिक और अमान्य है।
उन्होंने कहा कि 24 सितंबर को कोली समाज की सामान्य बैठक में नाहन मंडल कार्यकारिणी का गठन किया गया था। चयनित पदाधिकारियों से विचार विमर्श करके ही मंडल अध्यक्ष कार्यकारिणी का विस्तार करने का अधिकार रखते हैं। वह खुद की इच्छा से किसी को भी मनोनीत नहीं कर सकते हैं। ऐसे में मंडल प्रधान द्वारा नियुक्त किए सदस्यों का कोई औचित्य नहीं है।
मंडल महासचिव प्रवीण तोमर ने कोली समाज सिरमौर के जिला प्रधान से नाहन मंडल कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का आग्रह करते हुए इस बारे में उचित दिशा-निर्देश देने का भी आग्रह किया है।