भाजपा प्रवक्ता विवेक शर्मा ने विधायकों और मंत्रियों द्वारा बिजली पर सब्सिडी छोड़ने के एलान पर कांग्रेस सरकार पर तीखे तंज कसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता केवल दिखावा कर रहे है और प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर दो से दस पैसे तक मिल्क सैस लगा कर जनता की जेब ढीली करने में लगे है। खजाने खाली होने का रोना रो कर अपने लिए 19 करोड़ का आलिशान कार्यालय बना लिया है। और जनता को सब्सिडी छोड़ने की अपील की जा रही है। जो जनता के साथ धोखा है। जनता को खजाने खाली होने का ढोंग किया जा रहा है और अपने लिए खजाने लुटाए जा रहे है।
विवेक शर्मा ने कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस तरह से 1964 में सूखा पड़ने पर स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी ने उपवास रखने के लिए आह्वान किया था। लेकिन उन्होंने बचा हुआ पैसा अपने कार्यालय पर नहीं लगाया था। लेकिन हिमाचल में सब्सिडी छोड़ने का आह्वान किया जा रहा है और 19 करोड़ की लागत से अपने लिए सचिवालय में कार्यालय बनाया जा रहा है । कांग्रेस व्यवस्था परिवर्तन के बोझ तले दबी जा रही है। बजट प्रावधान न होने का स्तुति गान करके 1800 से अधिक संस्थान बंद कर चुकी है। वहीँ विभिन्न विभागों में पैसा लैप्स होने की कगार पर है। ठेकेदारों की देनदारियां करोड़ों में खड़ी है। विकास की योजनाएं अधर में लटकी पड़ी है। 820 करोड़ रूपये की देनदारियां राशि सरकार से लेनी है बजट प्रावधानों के पश्चात भीप्रदेशहर मोर्चे में फेल होती नज़र आ रही है। इस लिए अब प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन की नहीं सत्ता परिवर्तन की आवश्यकता हैbyte vivek sharma