कर्मचारियों को पहली तारीख को सैलरी नहीं मिलने और पैंशनर धारकों को भी पेंशन नही आने पर लोगों ने एतराज जताया है। हमीरपुर में पेंशनधारकों ने भी प्रदेश सरकार के द्वारा पेंशन नहीं दिए जाने पर रोष व्यक्त किया है।पेंशनर वैल्फेयर ऐसासिएशन के महासचिव मनोहर लाल कानूनगो ने कहा कि पहले भी प्रदेश में पेंशनरों की पेंशन की अदायगी पहली तारीख को होती रही है लेकिन इस बार पहली दफा ऐसा नही होने से परेशानी बनी है। उन्होंने कहा कि समय पर पेंशन का मिलना पैंशनरों के साथ अन्याय है।
अराजपत्रित कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह भरमौरिया ने कहा कि पिछले बारह सालों से सेवानिवृत हुए है लेकिन इतने सालों में ऐसा कभी नही हुआ है कि पहली तारीख को पेंशन नही मिली हो । भरमौरिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया है जिससे सभी पेंशनधारक परेशान हो गए है। उन्होने कहा कि सरकार की न तो कोई नीतियां है और न ही कोई कार्यक्रम है जिससे जनता भी परेशान हो रही है। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि पेंशनरों को एक ही सहारा होता है पेंशन का मगर सरकार द्वारा अपनी ही मनमानी की जा रही है। हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड यूनियन के प्रेस सचिव गोपाल सिंह का कहना है कि अभी बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी बहुत देरी से सैलरी दी गई थी और अब दूसरे विभागों के कर्मचारियों को भी पहली तारीख को सैलरी नहीं देने से कर्मचारी वर्ग बहुत दुखी है।पेंशनर संघ के वरिष्ठ सदस्य अनिरूद्व डोगरा ने कहा कि सालों तक कर्मचारियों ने सरकार की सेवा की है लेकिन सरकार के इस रवैया से कर्मचारी वर्ग के साथ साथ पेंशनरधारक भी दुखी है क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है।वरिष्ठ नागरिक प्रकाश चंद सेन का कहना है कि सरकार का खजाना खाली हो गया है और सरकार के पास कर्मचारियों को पेंशन देने के लिए पैसा नही बचा है। जिससे लोगों में भी रोष पनपा हुआ है।