सोलन -अमेरिका में आयोजित विशेष ओलंपिक यूनिफाइड बास्केटबॉल विश्व कप 2025 की कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ी आयुष पाल व राजकुमार पाल का जिला सोलन के अर्की उपमंडल के उनके गांव पपलोटा व कोट गांव में पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ।उपमण्डल की ग्राम पंचायत दुमैहर पपलोटा व कोट का नाम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमका है। गांव के होनहार खिलाड़ी आयुष पाल ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए लड़कों की बास्केटबॉल श्रेणी में कांस्य पदक हासिल किया। 2 से 8 दिसंबर तक चले इस प्रतिष्ठित आयोजन में विभिन्न देशों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिनके बीच भारतीय टीम ने अपने दमदार खेल से सबका ध्यान आकर्षित किया।
इस उपलब्धि में टीम के मुख्य कोच राज कुमार पाल, जो कि डमेहर पंचायत के कोट गांव के रहने वाले हैं, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेहनत, रणनीति और अनुशासन के बल पर उनकी कोचिंग में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक अपने नाम किया। गांव लौटने पर दोनों का भव्य स्वागत किया गया।
ग्रामवासियों ने ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं के साथ आयुष व कोच राज कुमार पाल का अभिनंदन किया। गांव में उत्सव जैसा माहौल रहा। लोगों ने दोनों के परिवारजनों को भी बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि न केवल पपलोटा व कोट बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
गांव के बुजुर्गों और युवा वर्ग ने भी आयुष पाल के जज्बे और मेहनत की सराहना की। ग्रामवासियों का कहना है कि आयुष ने विपरीत परिस्थितियों में निरंतर अभ्यास कर यह मुकाम हासिल किया है। उनकी इस सफलता से क्षेत्र के अन्य युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरणा मिलेगी।
ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने भी कहा कि ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी गांव की शान होते हैं और प्रशासन से मांग की कि उन्हें आगे और बेहतर सुविधाएं व अवसर प्रदान किए जाएं ताकि वे भविष्य में देश के लिए और भी बड़े मंचों पर उपलब्धियां प्राप्त कर सकें।