भारतीय जनता पार्टी जिला सोलन के अध्यक्ष रतन सिंह पाल ने कहा कि गत लोकसभा चुनाव में जिला सोलन के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को मिली ऐतिहासिक लीड से वर्तमान सरकार और कांग्रेस पार्टी को जिला की जनता ने आईना दिखा दिया। डेड़ साल पहले झूठ का सहारा लेकर बनी यह सरकार जिसके चलते प्रदेश और जिला के कांग्रेसी नेता भी अपने अपने विधानसभा हलकों को भी नही बचा पाए। यहीं नही प्रदेश और जिला स्तर के नेता जो अपने आप को मुख्यमंत्री के बराबर समझते है वह अपने बूथ नही बचा सके। यही नही कांग्रेस के प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी अपने विधानसभा क्षेत्र से भी बुरी तरह पिछड़े। जिला के पांचों विधानसभा क्षेत्र जिसमे सर्वाधिक लीड़ अर्की विधानसभा से 15484 की लीड़,नालागढ़ से 15164 की लीड,दून से 13082 की लीड़,सोलन से 5016 की लीड़, और कसौली से 3360 मतो की लीड़ भाजपा ने ली।कुल मिलाकर 52106 की लीड़ जिला सोलन से मिली।जिससे साफ जाहिर होता है कि जिला में कांग्रेस सरकार से लोगो का मोह भंग हो गया है। सरकार बताए कि जिला सोलन में करीब 200 कार्यालय जो चल रहे थे।जिसमे बी.डी.ओ. कार्यालय पी.एच.सी. से सी.एच. सी. बनाये गए अस्पताल,कई स्कूल और अन्य कई कार्यालय जिनको पूर्व सरकार ने लोगो की मांग पर सुविधानुसार खोला था।उन्हें क्यों बंद किया गया।रतन सिंह पाल ने यह भी कहा कि डेड़ साल के कार्यकाल में जिला में कोई बड़ी योजना सरकार अगर लाई है तो बताए।यहाँ तक कि विकास के नाम पर एक भी ईंट नही लगी। पूरे सोलन में विकास कार्य ठप्प होकर रह गए। सड़को की दुर्दशा जिले में किसी से छुपी नही।सड़के नामोनिशान मिटा चुकी है। सोलन नगर निगम में लोगो को सातवे दिन पीने का पानी मिल रहा है और पूरे जिले में अभी भी पेयजल के लिए कई स्थानों पर त्राहि त्राहि का आलम है।पेयजल समस्या से निपटने के लिए सरकार और विभाग गहरी नींद सोयें है यहां तक कि गत 2023 में आई प्राकृतिक आपदा के चलते सड़को के किनारे गिरे ल्हासे अभी तक नही उठाये गए।सड़को की मुरम्मत तो बहुत दूर की बात। जिले में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है।आये दिन कोई न कोई अपराध सामने आता है।यहां तक कि एक वरिष्ठ कांग्रेस के नेता ने तो सराकर को कटघरे में खड़ा कर दिया जिसमें कहा कि कानून व्यवस्था पुलिस जिला में ठीक नही। सरकार जिले में अपराधियों को सरंक्षण दे रही है। बदले की भावना से कार्य किये जा रहे है। गत 2023 में आई प्राकृतिक आपदा के चलते बेघर हुए लोगो को एक साल तक घर बनाने के लिए सरकार भूमि नही दे सकी।वह प्रभावित मारे मारे फिर रहे है।और जो राहत राशि भी दी वह अपने चहेतों को चुन चुन कर दी। जिला सोलन में जानलेवा नशा चिट्टा माफिया पूरी तरह सक्रिय है। आये दिन युवा पीढ़ी इस चुंगल में फंस कर जान गवां रही है। जिसको सरकार के आंकड़े बोलते है। शराब माफिया भी पूरी तरह से सक्रिय है पड़ोसी राज्यो की शराब की तस्करी इस कदर है कि कई स्थानों पर ऐसे यह शराब बिक रही है।जैसे दुकानों में सरसों का तेल बिकता हो। जिससे साफ साबित हो रहा है कि इन माफिया को भी सराकर का संरक्षण प्राप्त है। अवैध खनन के तो जिले में सारे ही इतिहास के रिकार्ड तोड़ दिए है।सरेआम खनन सामग्री पड़ोसी राज्यो को जा रही है। इस माफिया ने नदी नालों को तो छलनी करके पहाड़ो का सीना भी छलनी कर दिया। रतन सिंह पाल ने कहा कि जिले में पिछले डेड़ साल में सरकार की गलत नीतियों के चलते दर्जनों उधोग पलायन कर चुके है। लेकिन सराकर हाथ पर हाथ धर कर बैठी है। युवा बेरोजगार हो रहे है।यही नही बिजली के अघोषित कटों के चलते उधोगपति बुरी तरह परेशान है।रोजाना करोड़ो का नुकसान उठा रहे है।लेकिन सराकर जनता की तरफ ध्यान न देकर अपने ऐशो आराम में व्यस्त है। पाल ने सरकार को चेताया कि अगर यही हाल सराकर का रहा जन मानस की समस्याओ की तरफ ध्यान नही दिया तो भाजपा सरकार के विरुद्ध जनजागरण अभियान चलाएगी।