बच्चों के स्कूल बैग लगातार भारी होते जा रहे हैं। बच्चे अपना भविष्य बनाने के लिए यह भारी भरकम बैग लेकर स्कूल जाते हैं। लेकिन भारी स्कूल बैग की वजह से वह जाने अनजाने में वह कई तरह की बीमारियों को न्योता भी दे रहे हैं। यह दावा इंटरनेशनल फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर कुशल तिवारी ने किया। उन्होंने बताया कि आजकल उनके पास ज्यादातर वह बच्चे आ रहे हैं, जिनको सर्वाइकल की शिकायत है। और उनके रीड की हड्डी की बनावट भी बदल रही है। जिसका सबसे मुख्य कारण भारी स्कूल बैग है ,क्योंकि जब वह स्कूल बैग काफी दूर तक उठाकर जाते हैं। जिस कारण उनकी पीठ लगातार झुकने लग जाती है इसलिए वह बच्चों को यह सुझाव देते हैं कि, वह केवल उन किताबों और कॉपियों को ही लेकर स्कूल जाए ,जिनका पीरियड हो अन्यथा वह किताबों को घर छोड़कर ही जाएं और भारी बैग उठाने से हमेशा बचें।
डॉक्टर कुशल तिवारी ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि भारी बैग उठाने से न केवल बच्चों में सर्वाइकल की शिकायत हो रही है बल्कि उनकी बढ़ती हाइट पर भी इसका असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को इस विषय में अधिक जानकारी नहीं होती है। लेकिन अधिक बोझ उठाने के कारण विद्यार्थियों का शरीर आगे की ओर झुकने लग जाता है। जिसकी वजह से उनकी रीड की हड्डी में भी काफी बदलाव आने शुरू हो जाते हैं यहां तक की सर्वाइकल की शिकायत भी छोटे बच्चों में देखी जा रही है। इसलिए बच्चों से अधिक परिजनों को जागरूक होने की आवश्यकता है। वह उतनी ही किताबें अपने बच्चों को दें जिसका उपयोग उन्होंने स्कूल में करना है।