सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को निजी स्कूलों के स्तर पर शिक्षा प्रदान करने के लिए विभाग द्वारा काफी कदम उठाए जा रहे हैं। सीमित साधनों को मजबूत कर विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना शिक्षा विभाग का पहले लक्ष्य बन चुका है। यह बात शिक्षा उच्चतर उपनिदेशक गोपाल सिंह चौहान ने कही । उन्होंने कहा कि जब स्कूल अधिक होंगे तो अध्यापक भी अधिक चाहिए। इस लिए सरकार ने छोटे छोटे स्कूलों को मर्ज कर बड़े स्कूलों का स्वरूप देना आरम्भ कर दिया है।
उपनिदेशक गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि सीमित साधनों को मजबूती प्रदान करने के लिए छोटे-छोटे स्कूलों को इकट्ठा कर बड़े स्कूल बनाने का प्रयास शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है जिसमें उन्हें कामयाबी भी हासिल हुई है उन्होंने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि एक ही जगह सीमित साधनों का उपयोग बेहतर ढंग से किया जा सके । विद्यार्थी किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल कर सके उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना विभाग का लक्ष्य है जिसके लिए वह प्रयासरत हैं