कोलकाता में महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। वीरवार को इसके विरोध में वल्लभ महाविद्यालय और सरदार पटेल विश्वविद्यालय के छात्रों ने जोरों शोरों से विरोध प्रदर्शन किया। वीरवार को हल्की बारिश में भी छात्र, छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन जारी रखा और करीब 3 घंटे लगातार नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस विरोध प्रदर्शन में भारी संख्या में छात्र और छात्राओं ने मिलकर जमकर नारेबाजी की और महिला डॉक्टर को इंसाफ दिलाने की मांग की। इस दौरान वल्लभ महाविद्यालय के छात्र तरुण ठाकुर ने बताया कि भारत में बढ़ते दुष्कर्म के मामले के विरोध में किया गया है ताकि देश में बहन बेटियां सुरक्षित रह सके। उन्होंने कहा कि यदि हत्या की सजा एक साल में दोषी को मिलती है तो बलात्कार की सजा भी तुरंत दोषी को मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा की जिस तरह निर्भया केस में 7 साल बाद दोषियों को सजा मिली जो सही नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की है बहन बेटियों की सुरक्षा के लिए सरकार को ऐसा कानून बनाना चाहिए जिसमें दुष्कर्म के आरोपी को 24 घंटे में फांसी की सजा सुनाई जाए ताकि इस प्रकार के अपराधों पर रोक लग सके। उन्होंने कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है कि एक दोषी का एनकाउंटर कर दिया गया है लेकिन उसकी जानकारी किसी को भी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि दोषी की जानकारी सबके साथ साझा की जाए। वहीं वल्लभ महाविद्यालय की छात्रा पिकाक्षी ने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है बहन बेटियों को सुरक्षित महसूस करवाया जाए और जो आए दिन दुष्कर्म के मामले बढ़ते जा रहे है उनको रोक लगाने के लिए सरकार को सख्त कानून पारित करना चाहिए। उन्होंने कहा की आज युवा और छात्र शक्ति एक हुई है और विरोध प्रदर्शन कर रही है उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा नहीं मिलती है तो इसके खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन किया जाएगा।