आधुनिकता कि दौड़ में हिमाचल का किसान भी किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है पिछले गत वर्षो में जो कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता आई है उसे हिमाचल का किसान भी अछूता नहीं है हिमाचल के कई ऐसे किसान है जिन्होंने इन आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर कृषि के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं इसी को मध्य नजर रखते हुए टैक्सास इक्विपमेंट कंपनी द्वारा साईं एक्वा मशीन एंड बिल्डर्स सोलन के सौजन्य से किसानों को सम्मानित किया गया जो किसान आधुनिकता से जुड़ रहे हैं उन्हें और अधिक कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी देने के लिए और कृषि के क्षेत्र में उनकी रुचि को बढ़ाने के लिए उन्हें सम्मानित किया जा रहा है इस विषय पर जानकारी देते हुए टैक्सास इक्विपमेंट के ओरिजिनल मैनेजर आशीष कुमार ने बताया कि आज कल 26 किसानों को सम्मानित किया जाएगा। और उन सभी किसानों को कृषि की और आधुनिक तकनीक के बारे में जानकारी भी दी जाएगी उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि वह अपने आसपास के जाने-माने और प्रतिष्ठित सेलर से ही उपकरणों को खरीदें और सरकार द्वारा लगातार किसानों को हर क्षेत्र में अनुदान महिया करवाया जाता है जिसकी जानकारी वह अपने आसपास के स्थानीय सरकारी विभागों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
किसानों की आय बढ़ाने के लिए खेती की लागत को कम करना जरूरी है। खेती की लागत को कम करने के लिए आवश्यक है कि फसल उत्पादन में लगने वाले खर्च को कम किया जाए। इसके लिए किसान को परंपरागत कृषि यंत्रों की जगह आधुनिक कृषि यंत्र काे अपनाना चाहिए। इन कृषि यंत्रों को खेती की जरूरत के हिसाब से बनाया गया है। इन यंत्राें की सहायता से किसान कम समय और मेहनत में खेती के काम निपटा सकते हैं। आज के युग में खेती के आधुनिक उपकरण किसान की जरूरत बनते जा रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए ही सरकार की ओर से इन कृषि यंत्रों पर किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है ताकि उन्हें सस्ती दर पर आधुनिक कृषि यंत्र प्राप्त हो सकें।