इंसानियत को सलाम! ठेला खींचते हुए हिम्मत हार गया था बुजुर्ग, ऑटो वाले ने सहारा देकर दिल जीत लिया

आज के दौर में गरीब होना किसी अभिशाप से कम नहीं है. दो जून की रोटी के लिए गरीब इंसान संघर्ष को…