MNC जॉब की रेस छोड़ Maths पढ़ाने लगे श्रवण सर, पैसे कमाना मकसद नहीं, जीते हैं फकीरों जैसी जिन्दगी

शिक्षा ने अब व्यापार का रूप ले लिया है. पहले ज़्यादातर शिक्षकों का मकसद था, बच्चों को शिक्षित करना, ज्ञान…