सुरेश कश्यप ने कहा जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तब से विकास कार्य ठप्प
सरकार से परेशान होकर तीन निर्दलीय विधायकों ने दिया इस्तीफा
पिछली बार की तरह इस बार भी भारी बहुमत से मिलेगी जीत, पीएम नरेंद्र मोदी लेंगे शपथ
एंकर : शिमला संसदीय सीट से सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप द्वारा दून विधानसभा क्षेत्र के तहत ढेला गांव में चुनाव प्रचार किया गया. आपको बता दें कि वहां पर एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया था जिसमें सुरेश कश्यप ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर केंद्र सरकार द्वारा पिछले 10 सालों में करवाएंगे विकास कार्यों एवं योजना और परियोजनाओं के बारे में लोगों को अवगत करवाया।
और इस मौके पर सुरेश कश्यप ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में विकास कार्य ठप्प हो चुके हैं जिसके चलते अब सरकार से परेशान होकर तीन निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं और उनके इस्तीफे स्वीकृत नहीं किए गए हैं जिसके चलते तीनों विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि जिन गारंटियों को लेकर सरकार सत्ता में आई थी उनमें से उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया है जिसके चलते प्रदेश की जनता इस कांग्रेस की सरकार से परेशान हो चुकी है और आने वाले लोकसभा चुनाव में चारों की चारों सीटें भाजपा भारी बहुमत से जीत दर्ज करेगी और तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम पद की शपथ लेने वाले हैं।
इस बारे में भाजपा से पूर्व विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने दून विधानसभा के क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक एवं सीपीएस रामकुमार चौधरी पर भ्रष्टाचार एवं हफ्ता वसूली के गंभीर आरोप जढ़े हैं उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है तब से विधायक रामकुमार चौधरी द्वारा पूरे क्षेत्र में खनन माफिया चला रखा है और नदियों नालों और जंगलों को उखाड़ कर वहां बड़े बड़े गड्ढे खोद दिए गए हैं और इस विधायक से उद्योगपति परेशान है और यहां से अपने-अपने उद्योग बंद करने को मजबूर है क्योंकि इन उद्योगों से विधायक रामकुमार चौधरी का पूरा परिवार हफ्ता वसूली करता है और कबाड़ माफिया विधायक के लोग चला रहें है। उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा क्षेत्र के युवाओं को नशे की ओर आकर्षित किया जा रहा है और उनसे नशा बिकवाया जा रहा है जिसके चलते आने वाली युवा पीढ़ी भी नशे की गर्त में डूबती जा रही है उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से विधायक पर लगाम लगाने की मांग उठाई है और साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को एक पत्र लिखकर इस बाबत अवगत करवाते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है।