सुजानपुर के कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर जुबानी हमला बोला है. राणा ने सीएम सुक्खू और उनके करीबियों पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है. विधायक राजेंद्र राणा ने जिला मुख्यालय हमीरपुर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वर्तमान सरकार में बिना चुनाव लड़े कैबिनेट रैंक पाने वाले नेता कई मौकों पर चुने हुए विधायकों से आगे कर दिए जा रहे हैं. इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हताशा है.
‘कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज केस नहीं हुए वापस’: राणा ने कहा कि कांग्रेस सरकार को सत्ता में लाने के लिए धरना प्रदर्शन कर भाजपा सरकार में संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं के केस अभी तक वापस नहीं हुए हैं. पार्टी के लिए संघर्ष करने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं को अभी तक बोर्डों और निगमों में नियुक्ति नहीं मिल सकी है. मंत्री पद के सवाल पर विधायक राणा ने कहा कि उन्हें मंत्री पद ऑफर किया जाता है तो वह विचार करेंगे कि क्या निर्णय लेना है. राम मंदिर निर्माण को लेकर राणा ने कहा कि राम सबके हैं, इसलिए उनके नाम पर राजनीति हरगिज नहीं होनी चाहिए.
विधायक निधि जारी करने को लेकर उठाए थे सवाल: आपको बता दें कि विधायक राणा हीरानगर में भाजपा नेता विनोद ठाकुर की बेटी की शादी की रिसेप्शन में शामिल होने पहुंचे थे. पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. शनिवार को विधायक निधि जारी न किए जाने पर उन्होंने सवाल उठाए थे. यही नहीं लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर राणा ने कहा कि टिकट ऑफर होता है तब भी केवल सुजानपुर की जनता तय करेगी कि चुनाव लड़ना है या नहीं.