गांव से लेकर शहर तक देशभर में हर साल लाखों युवा सिविल सर्विस परीक्षा को पास कर IAS-IPS बनने का सपना देखते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही युवा होते हैं, जो अपने पहले ही प्रयास में सफ़लता पा लेते हैं. बिहार के मधुबनी से आने वाले मुकुंद कुमार झा एक ऐसा ही नाम हैं. 2019 में अपने पहले ही प्रयास में 54वीं रैंक लाकर उन्होंने सबको चौंका दिया था. 22 साल के मुकंद ने बिना कोचिंग का सहारा लिए जिस तरह UPSC Clear पास की थी, वो युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है. ऐसे में जानना दिलचस्प रहेगा कि आखिर वो कौन सी स्ट्रेटजी थी, जिसके दम पर मुकुंद कुमार झा ने पहले ही प्रयास में सफलता अर्जित की.
UPSC Preparation Best Strategy
बिहार के मुकुंद 1st Attempt में IAS कैसे बने?
1. मुकुंद ने सबसे पहले प्रारम्भिक व मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल अर्थव्यस्था, पर्यावरण, पॉलिटी व इतिहास जैसे कॉमन विषयों को पहले निपटाया. इससे उनका आगे का रास्ता आसान हो गया.
2. प्रारम्भिक व मुख्य परीक्षा की तैयारी मुकुंद ने एक साथ की और इसके लिए उन्होंने 12 से 15 माह का वक्त लिया. इसके बाद पढ़ाई का जो पार्ट बचा उसे अगले 3-4 महीने में कवर किया.
3. 15 माह की तैयारी के बाद मुकुंद ने अगले पांच महीने ऑप्शनल सब्जेक्ट को दिए. उनके मुताबिक ऑप्शनल सब्जेक्ट में 60 से 70 फीसदी अंक आराम से लाए जा सकते हैं.
4. 20 महीने की तैयारी के बाद आगे का समय मुकुंद ने अपना पूरा फोकस प्रारम्भिक परीक्षा पर लगा दिया. यह समय उनके लिए काफी महत्वपूर्ण था, जिसका उपयोग उन्होंने मॉक टेस्ट में किया.
UPSC Success Mantra And Best Tips
5. अंतिम समय में मुकुंद ने मॉक टेस्ट देने को प्राथमिकता दी. इससे परीक्षा से पहले ही उन्हें परीक्षा जैसे माहौल में ढलने में भी मदद मिली और आसानी से आगे बढ़ सके.
6. मॉक टेस्ट के बाद अपने नंबरों के आधार पर उन्होंने अपनी कमजोर कड़ियों पर काम किया और धीरे-धीरे अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े. इससे उनका मनोबल बढ़ता गया.
7. प्रश्नपत्र हल करने में खास ट्रिक यूज करते हुए उन्होंने प्रारम्भिक परीक्षा में चार विकल्प में से तीन गलत विकल्प की पहचान करने में फोकस किया, ताकि उन्हें सही जवाब मिल जाए.
8. अपनी पढ़ाई के दौरान मुकुंद ने लोगों से सामजिक दूरी भी बनाकर रखी, ताकि वो अपने निर्धारित टाइम टेबल के हिसाब से खुद को यूपीएससी के लिए तैयार कर सफलता अर्जित कर सकें.
9. मुकुंद के मुताबिक तैयारी के दौरान उन्होंने फेसबुक, ट्विटर जैसे सभी सोशल मीडियो प्लेटफार्म से दूरी बना ली, ताकि वो बिना रुके रोजाना 12-14 घंटे तैयारी कर सकें.
Who is IAS Topper Mukund Kumar
मुकुंद ने बिहार के मधुबनी में पड़ने वाले बरूआर में एक किसान परिवार में जन्म लिया. घर की आर्थिक स्थित बहुत ज्यादा अच्छी नहीं था. मगर, पिता मनोज कुमार ठाकुर और मां ममता ने उनकी पढ़ाई में कोई कोताही नहीं बरती. शुरुआत में उनके घर वालों ने उन्हें पढ़ने के लिे बिहार के अवासीय सरस्वती विद्यालय भेजा. जहां से 5वीं पास करने के बाद वो सैनिक स्कूल गोलपाड़ा आसाम गए, जहां से उन्होंने 12वीं पास की.
ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए मुकुंद के घरवालों ने उन्हें राजधानी दिल्ली भेजा. यहां उन्होंने दिल्ली विश्ववद्यालय के पन्नालाल गिरधारी लाल दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज में दाखिला लिया और पढ़ाई शुरू की. इसके बाद उन्होंने 2017 में खुद को यूपीएससी के लिए तैयार करना शुरू किया और अपनी खास स्ट्रेटजी के दम पर सफलता की एक प्रेरक कहानी लिखने में कामयाब रहे.