सोलन, 19 जून: सोलन जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग ने उपभोक्ताओं की सेहत को लेकर एक गंभीर कदम उठाया है। विभाग द्वारा मई माह में एकत्रित किए गए खाद्य पदार्थों के सैंपलों में से तीन नमूने मिस ब्रांडेड पाए गए हैं। इनमें केवड़ा, देसी घी और हरी इलायची शामिल हैं। यह जानकारी खाद्य सुरक्षा सहायक नियंत्रक अरुण चौहान ने दी है। उन्होंने बताया कि जिले में कार्यरत दो खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा हर माह 10 लीगल और 15 सर्विलेंस सैंपल लिए जाते हैं। मई माह के दौरान इन अधिकारियों ने धर्मपुर-कसौली, धर्मपुर-परवाणु हाईवे क्षेत्र, कंडाघाट और बद्दी नालागढ़ से सैंपल लिए थे। रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि तीन सैंपल मिस ब्रांडेड हैं, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
चौहान ने बताया कि अब संबंधित व्यापारियों को नोटिस जारी किए जाएंगे और उन्हें 30 दिन का समय दिया जाएगा। इस अवधि में वे अपने उत्पादों की दोबारा जांच किसी अन्य मान्यता प्राप्त लैब से करवा सकते हैं या फिर संबंधित बिल पेश कर सकते हैं। यदि दोष साबित होता है तो ऐसे मामलों में अधिकतम 3 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।खाद्य सुरक्षा विभाग की यह कार्रवाई उपभोक्ताओं को सजग और सतर्क रहने का संदेश देती है, साथ ही बाजार में मिलावटखोरी और गलत ब्रांडिंग के खिलाफ एक सख्त चेतावनी भी है।