एक तरफ आईपीएच विभाग ने अश्वनी पेय जल योजना को काफी दिनों से बंद किया है क्योंकि उन्हें अंदेशा है कि योजना का पानी प्रदूषित हो सकता है। इसलिए उन्होंने वहां से सैंपल लेकर पुणे लेबोरेटरी के लिए भेजे है। जिसकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम सोलन की कमिश्नर एकता कपटा ने दावा किया है कि सोलन में सप्लाई होने वाला जल किसी भी तरह से प्रदूर्षित नहीं है और पानी की सप्लाई के कारण किसी भी तरह से पलिया के रोगी नहीं बढ़ रहे हैं।
कमिश्नर एकता कपटा है अधिक जानकारी देते हुए बताया कि जो भी पानी नगर निगम द्वारा सप्लाई किया जा रहा है उसमें किसी भी तरह का पानी प्रदूषण नहीं है और जहां से पीलिया के मामले आए थे उन्हें ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी पानी की टंकियां में या जहां से पानी उन्होंने उपयोग में लाया होगा वहां पानी का प्रदूषण हो सकता है। इसलिए सोलन वासियों को किसी भी तरह की घबराने की आवश्यकता नहीं है। बाइट एकता कपटा
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