जोगिंदर नगर में ग्लैंडर्स बीमारी का मामला सामने आने के बाद सोलन जिला का पशुपालन विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो गया था। विभाग द्वारा घोड़ा प्रजाति के पशुओं के परीक्षण कराए गए, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इससे विभाग ने राहत की सांस ली है। इस संबंध में जानकारी देते हुए पशुपालन विभाग के उपनिदेशक विवेक लांबा ने बताया कि अब तक सोलन में किसी भी घोड़ा प्रजाति के पशु में इस बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए हैं, लेकिन एहतियातन पशुपालकों और ग्रामीणों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
विभाग के उपनिदेशक विवेक लांबा ने बताया कि ग्लैंडर्स बीमारी बेहद खतरनाक होती है और यदि किसी पशु में इसके लक्षण पाए जाते हैं तो उसे तुरंत मार दिया जाता है, क्योंकि यह बीमारी पशुओं से मनुष्यों में भी फैल सकती है और जानलेवा हो सकती है। पशुपालकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं और उन्हें सतर्क रहने को कहा गया है। यदि किसी भी घोड़े में इस बीमारी के लक्षण दिखें तो तुरंत विभाग को सूचित करें ताकि समय रहते उचित कदम उठाए जा सकें। विभाग इस विषय में जागरूकता बढ़ाने और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने में जुटा हुआ है।