सोलन: सड़कों पर बढ़ते आवारा गौवंश के खतरे को देखते हुए पशु पालन विभाग ने अब बड़े स्तर पर अभियान शुरू कर दिया है। विभाग के उपनिदेशक डॉ. विवेक लांबा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के 7 नवंबर के आदेश के बाद हाईवे, फोर-लेन और एक्सप्रेसवे पर घूम रहे बड़े पशुओं को हटाकर सुरक्षित गौशालाओं में भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत पशु पालन विभाग को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। विभाग ने NHAI और PWD से सहयोग मांगा है, ताकि जाबली, सनवारा और बद्दी-नालागढ़ क्षेत्रों में घूम रहे पशुओं को पकड़ने के लिए लेबर, मशीनरी और ट्रकों की व्यवस्था की जा सके। उपनिदेशक डॉ. विवेक लांबा ने बताया कि पहचान प्रक्रिया में जाबली-सनवारा में 20–22 पशु, जबकि बद्दी और नालागढ़ की नगर पंचायतों में कई स्थानों पर 2–4 से अधिक पशु चिन्हित किए गए हैं। इन्हें जल्द ही नजदीकी गौशालाओं में भेजा जाएगा।छ क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू भी हो चुकी है। नगर निगम सोलन ने पिछले महीने चंबाघाट से 4–5 पशु हटाए, जबकि अर्की–कुनिहार क्षेत्र में एक महिला पशु चिकित्सक ने 30–32 गौवंश को सुरक्षित रूप से गौशालाओं और हांडा कुंडी स्थित कैटल सेंचुरी में स्थानांतरित किया है।विभाग का लक्ष्य है कि सभी संबंधित विभागों के सहयोग से सड़कों को पूरी तरह आवारा पशुओं से मुक्त कर यातायात को सुरक्षित बनाया जाए