सोलन में इन दिनों सूखी ठंड और बारिश न होने के कारण अस्पतालों में सर्दी, खांसी, जुकाम और गले में दर्द के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सोलन अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में लोग इन समस्याओं को लेकर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।अस्पताल में तैनात मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. तरुण शास्त्री ने बताया कि वातावरण में नमी की कमी और हवा में अधिक सूखापन के कारण वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिससे श्वसन संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं।डॉ. शास्त्री ने बताया कि हल्की परेशानी होने पर घर पर भाप लेना और शरीर को गर्म रखना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन यदि बुखार, ज्यादा खांसी, कफ या अन्य गंभीर लक्षण दिखाई दें तो लापरवाही न करें और तुरंत नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से जांच करवाएं, ताकि समय रहते सही इलाज शुरू किया जा सके।डॉ. तरुण शास्त्री ने आम जनता के लिए स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी बरतें। उन्होंने बताया कि शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और बहुत ठंडे पानी से परहेज करते हुए गुनगुना पानी ही सेवन करें।उन्होंने भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी है, क्योंकि ऐसी जगहों पर वायरल संक्रमण फैलने का खतरा अधिक रहता है। इसके अलावा बुजुर्गों, बच्चों और दिल के मरीजों को खास सतर्क रहने की जरूरत है। डॉ. शास्त्री के अनुसार ठंड के मौसम में नसों के सिकुड़ने से बुजुर्गों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए उन्हें ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने चाहिए