सोलन में माता शूलिनी और अन्य धार्मिक शोभायात्राओं पर रोक लगाने की मांग करने वाले व्यापारियों के बयान पर अब विवाद गहरा गया है। विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने इसे आस्था का अपमान करार देते हुए कड़ा विरोध जताया है। रामलीला मंडल कमेटी, वाल्मीकि सुधार समिति और शिव बारात आयोजन समिति समेत कई संगठनों ने व्यापारियों के बयान को निंदनीय बताया। स्थानीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर व्यापारियों ने अपने बयान वापस नहीं लिए, तो उनके खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। अब देखना होगा कि व्यापारियों की अगली प्रतिक्रिया क्या होगी!माँ शूलिनी सेवा समिति की अध्यक्ष मंजुल अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कुछ व्यापारियों को माता शूलिनी की झांकियों से परेशानी है, यह उनकी नास्तिक सोच को दर्शाता है। अगर उन्हें धार्मिक परंपराओं से इतनी ही दिक्कत है तो शूलिनी मेले के दौरान तीन दिन तक अपने व्यवसाय बंद कर घर में रहें!” उन्होंने साफ कहा कि प्रशासन पूरी व्यवस्था संभालता है और व्यापारी बेवजह राजनीति करने की कोशिश न करें।byte अध्यक्ष मंजुल अग्रवाल