शिमला के कुफरी में बर्फबारी का दौर शुरू, स्नोफॉल में झूमते दिखे पर्यटक, अलर्ट जारी

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बर्फबारी का इंतजार खत्म हो गया है. बीती रात से ही शिमला सहित कई हिस्सों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. शिमला जिले के कुफरी और नारकंडा सहित कई हिस्सों में बर्फबारी हुई है. कुफरी में सुबह से बर्फबारी हो रही है. कुफरी में दो इंच तक बर्फबारी हो चुकी है और अभी भी आसमान से बर्फ गिरने का दौर जारी है. वहीं, रामपुर में भी बीती रात बर्फबारी दर्ज की गई.

Snowfall In Kufri And Narkanda

वहीं, बर्फबारी की सूचना मिलते ही काफी तादात में पर्यटक कुफरी पहुंचे हैं. कुफरी में पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है. पर्यटक बर्फ के साथ अठखेलियां करते हुए नजर आ रहे हैं. पर्यटक बर्फबारी की आस लेकर शिमला पहुंच रहे थे और बर्फ देखने की मुराद आज पर्यटकों की पूरी हुई है.

कुफरी पहुंच रहे पर्यटकों का कहना है कि वे बर्फबारी की आस लेकर शिमला आए थे. देर रात से ही यहां मौसम खराब था और सुबह जैसे ही कुफरी में बर्फबारी की सूचना मिली तो वे यहां पहुंच गए. पर्यटकों ने कहा यहां पर काफी अच्छी बर्फबारी हो रही है और पहली बार वे लोग बर्फ देख रहे हैं. इस दौरान सैलानियों ने बर्फ के साथ जमकर मस्ती की.

बता दें कि बीते 3 महीने से बर्फबारी की आस लेकर पर्यटक शिमला पहुंच रहे थे. क्रिसमस और नए साल पर भी शिमला में बर्फबारी नहीं हुई, लेकिन अब बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. मौसम विभाग ने आज और कल प्रदेश में भारी बारिश-बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. ऐसे में शिमला शहर में भी बर्फ गिरने की आस जगी है.

Snowfall In Kufri And Narkanda

वहीं, शिमला जिले के रामपुर और आसपास के क्षेत्र में बीती रात बर्फबारी हुई. जिसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग 5 वाहनों की आवाजाही के लिए बाधित हो गया. इस दौरान रामपुर से शिमला जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग नारकंडा के पास बाधित हुआ है. ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम बर्फबारी को हटाने में जुट गई हैं. जल्द ही वाहनों की आवाजाही के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 5 बहाल कर दिया जाएगा. रात के समय से इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है.

वहीं, बर्फबारी होने से बागवानों ने भी राहत की सांस ली है. बागवान काफी लंबे समय से बारिश और बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे. बगीचों और खेतों में कोई भी कार्य नहीं हो पा रहे थे. जैसे तौलिये करना, खाद डालना और पौधे नहीं लगा पाने से बागवान काफी चिंतित थे. वहीं, अब बर्फबारी का दौर शुरू होने से बागवान और किसानों ने राहत की सांस ली है. नारकंडा के साथ साथ सुंगरी, श्राईकोटी और अन्य स्थानों पर आधा फिट से अधिक बर्फबारी हुई है.