कीड़े को मसलने से हिमाचल में हो रही स्किन की बिमारी

Skin disease due to crushing of insects in Himachal

बरसात के मौसम में कई तरह के चर्म रोग से लोग प्रभावित हो रहे हैं लेकिन अगर थोड़ी सी सावधानी रखी जाए तो इन चर्म रोगों से बचा जा सकता है। यह बात सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात स्किन स्पेशलिस्ट डॉक्टर अभय गुप्ता  ने कही। उन्होंने कहा कि स्किन की बीमारी होने की संभावना ज़्यादातर बरसात आरम्भ होने के  दौरान ज़्यादा बढ़ जाती है।  वहीँ आज बरसात के मौसम में कई तरह के छोटे कीट पैदा हो जाते है और इन से भी स्कीन की बिमारी हो जाती है। इस लिए उन्हें स्कीन पर रगड़ कर मारना नहीं चाहिए। यह स्किन के लिए घातक हो सकती है। इसे पैडरस डर्माटाइटिस कहते है।
स्किन स्पेशलिस्ट अभय गुप्ता  ने  ने बताया कि आज कल टीनिया और  वर्सीकलर  फंगस बेहद फ़ैल रहा है।  यह ज़्यादा तर जिन क्षेत्रों में धूप नहीं आती और वहां सलाभ अधिक होती है ऐसे  क्षेत्र में रहने वाले लोगों को यह फंगस इंफेक्शन  अधिक होता है।  वहीँ उन्होंने बताया कि कुछ दिनों से स्किन एलर्जी के रोगी बहुत आ रहे है जो एक छोटे से कीट को स्कीन पर मसलने के कारण हो रही है।  यह एक बहुत छोटा सा कीड़ा होता है जो स्किन पर बैठता है और उसे हम अनजाने में मसल देते है।  जिसकी वजह से पहले स्किन लाल और फिर बाद में नीली पड़ जाती है।  इस लिए किसी भी कीड़े को स्किन पर न मसलें।