World Cup 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को 70 रन से हराकर फ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है. टीम इंडिया का अब तक का प्रदर्शन शानदार रहा है. टीम का हर खिलाड़ी अपने रंग में नज़र आ रहा है, लेकिन आज बात श्रेयस अय्यर की. टीम इंडिया का वो खिलाड़ी, जिसकी फॉर्म पर सवाल उठ रहे थे.
बल्ले से जवाब देने के बाद श्रेयस अय्यर की कहानी
वर्ल्ड के शुरुआती कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, लेकिन पहले नीदरलैंड्स और फिर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ बैक टू बैक मैच में शतक जड़कर अय्यर ने साबित कर दिया कि उनके अंदर टैलेंट की कमी नहीं है. जिस तरह से चोटिल होने और काफी आलोचनाओं के बाद श्रेयस अय्यर ने वापसी की है, वह काबिल-ए-तारीफ है.
वर्ल्ड कप के शुरूआती कुछ मैचों में श्रेयस अय्यर का बल्ला खामोश रहा और वह शॉर्ट गेंद पर बार-बार आउट होते नजर आए, जिसकी वजह से उनकी खूब आलोचना हुई, और उन्हें प्लेइंग इलेवन से ड्राप करने की मांग भी उठने लगी, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा जताया, और वह उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे. अब हर तरफ उनके प्रदर्शन की सराहना हो रही है.
कप्तान और कोच ने जताया भरोसा
अय्यर ने सेमीफाइनल मुकाबले के बाद कहा, ”विश्व कप में मेरी शुरुआत अच्छी नहीं रही. कप्तान और कोच की ओर से मुझसे कहा गया कि बाहरी शोर के बारे में चिंता न करें. हम आपका समर्थन कर रहे हैं. इसलिए आपको बस वहां जाना होगा और खुद को अभिव्यक्त करना होगा. ईमानदारी से कहूं तो दबाव की स्थिति में आप घबरा जाते हैं, लेकिन साथ ही इतने सारे लोगों के सामने खेलने में मजा भी आता है”.
2011 वर्ल्ड कप फाइनल स्टेडियम में बैठकर देखा था
अय्यर ने कहा, ”वर्ल्ड कप के शुरुआती कुछ मैचों में मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका था. इसके बाद मेरे ऊपर सवाल उठाए जा रहे थे. इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा था कि मुझे खास तरह की गेंद (शॉर्ट पिच) के सामने परेशानी हो रही है. ऐसे में मुझे अंदर से गुस्सा आ रहा था और मैं सही समय का इंतजार कर रहा था. अब सेमीफाइनल समेत दो शतक जड़कर मैंने अपना बेस्ट देने की कोशिश की है.” अय्यर ने यह भी बताया कि उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल का मैच वानखेड़े स्टेडियम में देखा था, और तभी तय किया था कि वो एक दिन यहां खेलेंगे.
वो वनडे विश्व कप के नॉकआउट मुकाबले में सबसे तेज शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने अपनी ऐतिहासिक पारी के दौरान 4 चौके और 8 गगनचुंबी छक्के लगाते हुए 24 साल पुराना सौरव गांगुली का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गांगुली ने साल 1999 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ एक पारी में 7 छक्के लगाए थे. वहीं युवराज सिंह ने भी 2007 में 7 छक्के जड़े थे.
दो शतक, तीन अर्धशतक…लगा दी रिकॉर्ड्स की झड़ी
इसके साथ ही श्रेयस अय्यर आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के एक संस्करण में 500 रन, या उससे अधिक रन बनाने वाले दुनिया के पहले मध्यक्रम के बल्लेबाज बनकर इतिहास रच दिया है. विश्व कप में अय्यर के प्रदर्शन की बात करें तो अब तक इस टूर्नामेंट में उन्होंने 10 मुकाबलों में कुल 526 रन बनाए हैं. उनका औसत 75.14 और स्ट्राइक रेट 113.11 का रहा है. अय्यर के नाम दो शतक और तीन अर्धशतक है.
गौरतलब है कि श्रेयस अय्यर चोटिल होने की वजह से वर्ल्ड कप 2019 से बाहर हो गए थे. दिल्ली कैपिटल्स ने भी टीम से बाहर कर दिया. फिर केकेआर कोच ने उनके कमजोर पॉइंट को नोटिस किया, क्योंकि उन्हें शार्ट बॉल पर आउट होने की वजह से ट्रोल किया जाने लगा था. लोगों ने उन्हें ड्राप करने की डिमांड की, लेकिन टीम ने उन पर भरोसा जताया. उन्होंने NCA में प्रैक्टिस के दौरान जमकर पसीना बहाया और अपनी कमजोरी पर काफी काम किया. फिर एशिया कप में वापसी हुई. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतकीय पारी खेली और अपनी अहमियत बता दी.