कसौली के गड़खल स्थित शीतला माता मंदिर में मंगलवार सुबह से ही भक्तों की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने सुबह 3 बजे से ही लंबी कतारों में खड़े होकर माता के दर्शन किए।
शीतला अष्टमी, जिसे बसौड़ा अष्टमी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। मान्यता है कि माता पार्वती के अवतार शीतला माता की पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
शास्त्रों के अनुसार, शीतला माता को बासी भोजन अर्पित करने की परंपरा है। इसलिए भक्तों ने एक दिन पहले ही रबड़ी, हलवा, पकौड़ी, पुआ, मीठे चावल और पूरी जैसे पकवान बनाकर माता को भोग लगाया।
श्रद्धालुओं का विश्वास है कि माता की कृपा से बीमारियां दूर होती हैं और परिवार में खुशहाली आती है। मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया। इस पावन अवसर पर मंदिर परिसर भक्तों के जयकारों से गूंज उठा और पूरे कसौली में त्योहार का उल्लास देखने को मिला।