सोलन। बघाट को-ऑपरेटिव बैंक में फंसे हजारों जमाकर्ताओं के पैसे को लेकर भारतीय जनता पार्टी सोलन शहरी मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र गुप्ता ने सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 8 अक्टूबर 2025 को आरबीआई द्वारा मात्र ₹100 की निकासी सीमा लगाने के बाद दो महीने से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
शैलेन्द्र गुप्ता ने कहा कि बैंक में करीब 77,000 जमाकर्ताओं और 11,000 शेयरधारकों की खून-पसीने की कमाई फंसी हुई है। इसका प्रभाव केवल खाताधारकों तक सीमित नहीं, बल्कि हज़ारों परिवारों की रोजमर्रा की ज़रूरतें इससे प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने सरकार की चुप्पी को “असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया।
मंडल अध्यक्ष ने स्थानीय विधायक एवं प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इतने बड़े आर्थिक संकट के बावजूद मंत्री द्वारा अब तक कोई ठोस पहल न करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि समय रहते बैंक का बेलआउट किया जाता, तो हालात इतनी गंभीर स्थिति में नहीं पहुंचते।
शैलेन्द्र गुप्ता ने सरकार के भीतर विरोधाभासी बयानों पर भी नाराज़गी जताई। एक ओर सहकारिता मंत्री बेलआउट की बात कर रहे हैं, वहीं मुख्यमंत्री संसाधनों की कमी का हवाला दे रहे हैं। इस असमंजस का खामियाजा आम जनता भुगत रही है।
उन्होंने बैंक प्रबंधन से डिफॉल्टरों के नाम सार्वजनिक करने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि 15–20 दिन में समाधान नहीं हुआ, तो भाजपा सोलन शहरी मंडल जमाकर्ताओं के हित में जन आंदोलन छेड़ेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर सड़कों पर उतरेगा।