Benefits of Vrat in Sawan: सावन के महीने में व्रत रखने के धार्मिक के साथ-साथ वैज्ञानिक लाभ भी माने जाते हैं। सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने के साथ ही व्रत भी रखा जाता है। ऐसा करने से जहां आपको शिव भक्ति की कृपा प्राप्त होती है। वहीं आपकी सेहत भी अच्छी होती है। आइए जानते हैं व्रत करने के वैज्ञानिक लाभ।
-सावन के महीने में पत्तेदार सब्जियां पालक, मैथी, लाल भाजी, बथुआ, गोभी, पत्ता गोभी जैसी सब्जियां खाना अच्छा नहीं माना जाता। धार्मिक कारणों से भी यह शुभ नहीं है और सेहत को भी नुकसान पहुंचाती है। इस मौसम में इनमें बैक्टीरिया और कीड़ों की संख्या बढ़ जाती है।
-व्रत न रखने पर आपको आने वाले समय में कोई गंभीर बीमारी हो सकती है। व्रत का अर्थ पूर्णत: भूखा रहकर शरीर को कमजोर करना नहीं है, बल्कि खाने की मात्रा को कुछ कम करके शरीर को कुछ समय के लिए आराम देना है। उसमें से जहरीले तत्वों को बाहर करना होता है।
-व्रत रखने के दौरान फैट बर्निंग प्रॉसेस तेज हो जाती है। जिससे चर्बी तेजी से गलना शुरू हो जाती है और यदि आप व्रत नहीं रखते हैं तो चर्बी बढ़ती रहती है और आपकी हड्डियों पर इससे बोझ बढ़ता है। इस कारण हमारी मानसिक क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है।
-व्रत रखने से आपके मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। शरीर स्वस्थ होता है। शरीर के स्वस्थ होने से मन और मस्तिष्क भी स्वस्थ होते हैं। रोग और शोक मिटाने वाले चतुर्मास में कुछ विशेष दिनों में व्रत रखना चाहिए। एक उम्र के बाद आपको खाने-पीने में परहेज करना पड़ता है। व्रत रखने से आपके शरीर में चुस्ती-फुर्ती बढ़ती है और ताकत आती है।
-व्रत रखने से आपके शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। किसी भी रोग से लड़ने की शक्ति बढ़ती है। व्रत रखने से नई प्रतिरोधक कोशिकाएं बनती हैं।
-व्रत रखने से आपके मन में संकल्प करने की भावना बढ़ती है। संकल्पवान मन में ही सकारात्मकता, दृढ़ता और एकनिष्ठता होती है। संकल्पवान व्यक्ति ही जीवन के हर क्षेत्र में सफल होता हैं। जिस व्यक्ति में मन, वचन और कर्म की दृढ़ता या संकल्पता नहीं है वह मृत समान माना जाता है।