Saphala Ekadashi Kab Hai: सफला एकादशी पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कहा जाता है और यह नए साल की पहली एकादशी है। सफला एकादशी का व्रत 7 जनवरी को रखा जाएगा। सफला एकादशी का व्रत करने पर आपके सभी कार्य सफल हो जाते हैं और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होता हैं। आइए जानते हैं सफला एकादशी व्रत का महत्व और शुभ मुहूर्त।
पंचाग के अनुसार एकादशी तिथि का आरंभ 6 जनवरी को रात 12 बजे के बाद 7 जनवरी की तिथि में 12 बजकर 41 मिनट पर होगा। इसका समापन 7 जनवरी की रात को 12 बजे के बाद 8 जनवरी की तिथि में 12 बजकर 46 मिनट पर होगा। यानी कि उदया तिथि के नियमानुसार सफला एकादशी का व्रत 7 जनवरी को रखा जाएगा।
सफला एकादशी का महत्व
सफला एकादशी के शुभ अवसर पर घर में तुलसी का पौधा लगाने का विशेष महत्व होता है। इस दिन घर के उत्तर या पूर्व या फिर उत्तर-पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से आपकी धन समृद्धि में वृद्धि होती है। सफला एकादशी पर यदि आप व्रत नहीं कर सकते तो भी विधि विधान के साथ पूजा करने के बाद आप ग्रहण कर सकते हैं। ऐसा करने से भी भगवान विष्णु की कृपा आपको प्राप्त होती है। सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाना चाहिए और उसमें तुलसी का पत्ता भी जरूर डालें।
सफला एकादशी पर पूजा का शुभ मुहूर्त
सफला एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त 7 जनवरी को सुबह 8 बजकर 33 मिनट से दोपहर में 12 बजकर 27 मिनट तक है। एकादशी के दिन रात्रि जागरण करने से विशेष लाभ होता है।
एकादशी व्रत का पारण 8 जनवरी को सुबह 6 बजकर 39 मिनट से 8 बजकर 59 मिनट पर होगा।