इंडियन क्रिकेट टीम के हिटमैन व कप्तान रोहित शर्मा आज किसी तार्रुफ़ के मोहताज नहीं है. उनकी धमक पूरे विश्व में गूंजती है. वो सिर्फ आईपीएल ही नहीं, बल्कि इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी भी विपक्षी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने का दमखम रखते हैं. आईपीएल में उनकी कप्तानी में सबसे ज्यादा मुंबई इंडियंस ने पांच बार खिताब अपने नाम किया है, लेकिन उन्होंने यह मुकाम काफी संघर्ष करके हासिल किया है.
प्रज्ञान ओझा ने किया चौंकाने वाला खुलासा
रोहित शर्मा के पास आज पैसों की कमी नहीं है, लेकिन कभी वो पाई-पाई को मोहताज थे. ये खुलासा भारत के पूर्व क्रिकेटर और रोहित शर्मा के बचपन के दोस्त प्रज्ञान ओझा ने किया है. उनका कहना है कि रोहित कभी अपने संघर्ष के बारे में किसी को नहीं बताते हैं, क्योंकि वो सहानुभूति नहीं चाहते. ये उनके कैरेक्टर को दर्शाता है. प्रज्ञान ने कहा कि रोहित ने अपने जीवन में वो सब कुछ देखा है, जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते हैं.
किट खरीदने के लिए रोहित शर्मा ने की दूध की डिलीवरी
प्रज्ञान ओझा ने बताया कि रोहित शर्मा के पास किट खरीदने के पैसे नहीं थे. जिसके लिए उन्होंने दूध डिलीवरी का काम किया. एक साधारण परिवार में जन्म लेने वाले रोहित शर्मा को क्रिकेट खेलने के लिए अपने परिवार से दूर रहना पड़ा. उनके पिता की ज्यादा कमाई नहीं थी, इसलिए वो अपने दादा के साथ रहते थे.
प्रज्ञान ओझा ने रोहित शर्मा के जीवन को लेकर जो खुलासा किया है उसे सुनकर उनके फैंस हैरान हैं. गरीबी उनके सपनों के रूकावट बनी, लेकिन रोहित पीछे नहीं हटे.
रोहित के अंकल ने की मदद
रोहित शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1987 में मुंबई के नागपुर के बनसोड में हुआ. उनके पिता गुरुनाथ शर्मा एक निजी कंपनी में केयरटेकर के तौर पर काम करते थे. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. जिसकी वजह से वो बोरीवली में अपने दादा के पास चले गए. रोहित का क्रिकेट के प्रति जज्बा और जुनून देखकर उनके चाचा ने उनकी मदद की. अपने पैसों से उनको क्रिकेट अकादमी में दाखिला करवा दिया.
मिली जानकारी के मुताबिक, साल 1999 में रोहित की क्रिकेट ट्रेनिंग शुरू हुई. उन्होंने क्रिकेट की बारीकियां सीखीं. कोच दिनेश लाड का साथ मिला. वह रोहित के खेल से काफ़ी प्रभावित हुए. उन्होंने रोहित के अंकल से बात कर रोहित का दाखिला ‘स्वामी विवेकानंद इंटरनेशल स्कूल’ में करा दिया. यहां रोहित को 4 साल तक स्कॉलरशिप मिल गई. वह पढ़ाई के साथ यहां अपना खेल जारी रख सकते थे. रोहित ने अपने हुनर को काफ़ी तराशा, जिसके लिए उन्होंने खूब मेहनत की.
मुंबई के लोकल ट्रेन में खाए धक्के
क्रिकेट अकादमी जाने के लिए रोहित को मुंबई की लोकल ट्रेन में सफर तय करना पड़ता था. उनके पास टैक्सी के पैसे नहीं थे. भूख लगने पर वडापाव खाकर क्रिकेट अभ्यास करते. छोटी सी उम्र में मंजिल को पाने के लिए रोहित अपने कंधों पर क्रिकेट किट का बोझ लिए लोकल ट्रेन का धक्का खाते हुए ट्रेनिंग कैंप पहुंचते थे. हालांकि, शरुआत में रोहित ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते थे, फिर कोच दिनेश की सलाह पर उन्होंने बल्लेबाजी में महारत हासिल की.
फिर जब अपनी काबलियत दिखाने का रोहित को मौक़ा मिला तो उन्होंने गेंद को ऐसा हिट किया कि दुनिया उन्हें ‘हिटमैन’ के नाम से जानने लगी.
IPL के सफल कप्तान और पैसा कमाने वाले खिलाड़ी
कभी पाई-पाई को मोहताज रहने वाले रोहित शर्मा आईपीएल में सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाले खिलाड़ियों के मामले में धोनी को भी पीछे छोड़ दिया है. उन्होंने आईपीएल में 178.6 करोड़ रुपए कमा चुके हैं.
रोहित ने आईपीएल में अपनी कप्तानी वाली टीम मुंबई इंडियंस को पांच बार चैंपियन बनाया है. एक बार साल 2008 में डेक्कन चार्जर्स में खेलते हुए उनकी टीम ने ख़िताब जीता था.
इस बार भी रोहित एंड कंपनी मुंबई इंडियंस ख़िताब जीतने के इरादे से आईपीएल लीग में उतरेगी.