भारतीय टीम के धाकड़ ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा अपने IPL के होम ग्राउंड पर थे। ऑस्ट्रेलिया के पास कई बल्लेबाज स्पिन खेलने में महारत रखते हैं इसके बावजूद जडेजा ने अपनी बलखाती गेंदों से उन्हें चारों खाने चित कर दिया। उन्होंने 28 रन देकर 3 विकेट झटके।
स्पिन के अनुकूल चेपॉक ट्रैक पर उन्होंने 28 रन देकर 3 विकेट झटके और इस दौरान उनकी गेंदों का कंगारू टीम के पास कोई जवाब नहीं था। उनकी गेंदों पर स्पिन के मास्टर माने जाने वाले डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ तक संघर्ष करते नजर आए। स्मिथ को तो उन्होंने करिश्माई गेंद पर बोल्ड भी किया। इस बारे में जडेजा ने कहा- मैं सीएसके के लिए खेलता हूं और मुझे पता है कि यहां विकेट कैसे लेने हैं। जिस क्षण मैंने पिच देखी, मुझे पता था कि मुझे कम से कम दो या तीन विकेट लेने होंगे।
कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें 20वें ओवर में जब गेंद पकड़ाई तो उन्हें पता था कि उनका लक्ष्य क्या है। इस दौरान पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने जडेजा की स्पिन को लेकर कहा- ऐसे युग में जब मिस्ट्री स्पिन के बारे में इतनी चर्चा हो रही है जडेजा की सुंदरता उनकी सादगी है। आप जानते हैं कि वह क्या करने वाले हैं इसके बावजूद आप उसका सफलता से सामना नहीं कर सकते हैं।
जडेजा को पता था कि अगर वह सही जगह पर और सही लेंथ से गेंदबाजी करते रहेंगे तो सक ठीक होगा। जडेजा ने अपनी गेंदबाजी को लेकर कहा- यहां तक कि मुझे भी नहीं पता कि इस तरह की पिच पर कौन सी गेंद टर्न होगी और कौन सी नहीं। इसलिए मेरा काम गति में बदलाव करना था जो मैं करने में सक्षम था। बाएं हाथ के गेंदबाज को स्टीव स्मिथ का विकेट लेने के लिए अपने चौथे ओवर का इंतजार करना पड़ा, लेकिन जिस गेंद पर उन्होंने आउट किया वह टूर्नामेंट की बेस्ट बॉल हो सकती है।
जिस गेंद पर उन्होंने स्मिथ को बोल्ड किया वह गेंद पिछली वाली से उसी जगह से 5.4 डिग्री ज्याद घूमी थी। संयोग से यह 11वीं बार था जब जडेजा ने स्मिथ को आउट किया। यह किसी भी गेंदबाज के लिए बड़ी बात होगी कि वह अपने करियर में स्मिथ जैसे बल्लेबाज को इतनी बार आउट करे। शानदार उछाल के साथ जेडजा को स्पिन के एक और अच्छे बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन को आउट करने में ज्यादा समय नहीं लगा। वह स्वीप करने की कोशिश में कैच आउट हुए।
बाएं हाथ के एलेक्स कैरी भी समझ नहीं पाए कि गेंद कितनी घूमेगी और वह जडेजा की विकेट-टू-विकेट लाइन से चूककर पगबाधा आउट हो गए। कुलदीप और अश्विन के बेहतरीन समर्थन से जडेजा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर हावी हो गए और अगर पिचों से उन्हें मदद मिलती रही तो सौराष्ट्र का यह खिलाड़ी विश्व विजेता बनने में अहम भूमिका निभा सकता है।