पात्र गृहस्थी व अंत्योदय राशन कार्ड का कोटा फुल हो जाने के कारण 18 हजार परिवारों का राशन कार्ड नहीं बन रहा है। पात्र गृहस्थी व अंत्योदय राशन कार्ड के सत्यापन में लगे कर्मचारी अपात्र नहीं खोज पाए। इसे देखते हुए पूर्ति विभाग ने अब यूनिट सत्यापन की तैयारी शुरू की है।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत पांच लाख 40 हजार परिवारों के पास पात्र गृहस्थी व 65 हजार परिवारों के पास अंत्योदय राशन कार्ड है। इन्हें हर माह 1789 कोटेदारों के माध्यम से मुफ्त गेहूं व चावल मिलता है।

इनमें एक लाख से अधिक लाभार्थी अपात्र हैं, जो बंगला, गाड़ी व कोठी के मालिक होते हुए गरीब कल्याण योजना का लाभ ले रहे हैं। इनकी पहचान के लिए पूर्ति विभाग ने सत्यापन कराया लेकिन, इसमें खानापूर्ति हो गई।

नहीं बन पाया 18 हजार परिवारों का राशनकार्ड

सत्यापन में लगे कर्मचारियों ने अपात्रों की रसूख के चलते उनके अपात्र होने की रिपोर्ट नहीं दी। ऐसे में आवेदन कर चुके 18 हजार परिवारों को राशनकार्ड नहीं बन पाया है। इनके आवेदन पूर्ति विभाग में डंप है लेकिन, विभागीय अधिकारी कोटा फुल बताकर इन्हें वापस लौटा रहे हैं।

यूनिट सत्यापन की तैयारी शुरू

अपात्रों की पहचान न होने को देखते हुए पूर्ति विभाग ने अब यूनिट सत्यापन की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें कोटेदार उन सभी सदस्यों का बारी-बारी से अंगूठा लगवाएगा जिनके नाम पर राशन उठ रहा है। पहले माह घर के एक सदस्य राशन ले जाएंगे तो दूसरे माह दूसरे सदस्य को अंगूठा लगाकर राशन ले जाना होगा।

इस तरह हर माह बारी-बारी से नए सदस्य अपना अंगूठा लगाकर ही राशन लेंगे। यह क्रम तब तक चलेगा जब तक सभी यूनिटों का सत्यापन नहीं हो जाएगा। सत्यापन की इस नई व्यवस्था को शुरू करने के लिए ई पाश मशीन में सुधार की तैयारी चल रही है जो हर माह नए सदस्य के अंगूठा लगाने पर ही राशन देगी।

लाभार्थियों की सूची से अपात्रों के हटने के बाद ही नए राशन कार्ड बन सकेंगे। यूनिट सत्यापन के लिए ई पास मशीन में सुधार होना हैं, जिसके बाद कोटेदार प्रत्येक माह नए सदस्यों से अंगूठा लगवाकर ही उन्हें राशन देगा।

-कृष्ण गोपाल पांडेय, जिला पूर्ति अधिकारी।