भगवान श्री रामलला की अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर सोमवार की सुबह लगाए गए धार्मिक झंडे उतार देने पर दो समुदायों में जमकर नोकझोंक हुई। इस दौरान एक-दूसरे को गाली-गलौज, मारकाट आदि की धमकी दी जाने लगी।

इससे वहां दोनों पक्षों की ओर से पथराव किए जाने की नौबत आ पहुंची थी। लेकिन, उसी दौरान सूचना पाते ही बड़ी संख्या में पुलिस बलों ने वहां पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया। पुलिस पदाधिकारियों की टीम ने दोनों पक्षों के बीच वार्ता कराकर और सद़्भाव स्थापित कर माहौल को शांत कराया।

एहतियात के तौर पर सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। इशाकचक थाने की पुलिस भी मोहल्ले में गश्त लगा स्थिति पर नजर रख रही है। दोनों समुदायों के प्रबुद्ध लोग भी तनातनी को खत्म करने की दिशा में सक्रिय हो गए।

खंभे पर लगा झंडा उतार देने पर हुई तूं-तूं मैं-मैं धक्का-मुक्की में बदल गई

लालूचक भट्ठा रोड काली स्थान के समीप खंभे पर लगे धार्मिक झंडे को उतार देने की जानकारी पर कुछ लड़के आक्रोश व्यक्त करते हुए झंडा उतारे जाने वाले स्थान पर इकट्ठा हो गए। जिसके बाद दूसरे समुदाय की तरफ से भी काफी संख्या में लड़के जमा होकर उनके द्वारा झंडा लगाए जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त करने लगे।

इस दौरान दोनों तरफ के लड़के नोकझोंक कर धक्का-मुक्की करने लगे थे। इस दौरान गाली-गलौज करते हुए दोनों पक्षों के लड़के पथराव करने वाले ही थे कि पुलिस टीम पहुंच गई।

कई थानों से पहुंचे जवानों ने तेजी से मोर्चा संभालते हुए दोनों पक्षों के आक्रोशित लड़कों को शांत करा दिया। इस दौरान पुलिस जवानों ने सख्त तेवर दिखाते हुए गंभीर परिणाम की चेतावनी दोनों पक्षों को दी तो सभी वापस हो गए।

प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर माहौल कराया शांत

रसलपुर थाना क्षेत्र के कुर्मा गांव में शरारती तत्वों ने एक धार्मिक ध्वज फाड़कर जला दिया और वीडियो प्रसारित कर दिया। हालांकि, माहौल खराब करने के प्रयास को पुलिस-प्रशासन ने विफल कर दिया।

अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार मंडल, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिवानंद सिंह व थानाध्यक्ष ने गांव पहुंच कर मामले की जानकारी ली। ग्रामीणों से बात कर पूर्व की तरह शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। गांव का माहौल सामान्य कराया।

एसडीपीओ ने थानाध्यक्ष को विशेष नजर रखने का आदेश दिए। एसडीपीओ ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।