अयोध्या के निर्माणाधीन राममंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन में विपक्षी नेताओं की मौजदूगी नहीं थी लेकिन तमाम विपक्षी नेताओं ने भक्ति और अध्यात्म के अपने-अपने रंग से मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम की अराधना की। भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जहां असम सरकार के प्रशासन ने प्राचीन शंकर देव मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए प्रवेश नहीं करने दिया वहीं पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपने-अपने सूबों के मंदिरों में जाकर शीश नवाए तो कुछ ने राम नाम का गुनगान कर अपनी भावनाएं जाहिर की।

सीएम केजरीवाल ने भी की पूजा

आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी के प्रमुख दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जागरण और भंडारे में शामिल होकर तो तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने काली मंदिर में पूजा के बाद सर्वधर्म प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। जबकि शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे ने महाआरती में शामिल होकर सनातन के प्रति अपनी श्रद्धा का संदेश देने की कोशिश।

कांग्रेस ने गए श्रीराम के भजन

कांग्रेस नेता राहुल गांधी राहुल गांधी ने प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर न्याय यात्रा के दौरान असम में संत श्री श्री शंकरदेव की जन्मस्थली बोरदोवा थान में माथा टेकने का कार्यक्रम था जिसकी पहले से अनुमति ली गई थी मगर असम पुलिस ने उन्हें मंदिर में प्रवेश से रोक दिया। तब राहुल वहीं धरने पर बैठ गए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम’ भजन गाना शुरू कर दिया। ढाई घंटे के धरने के बाद भी राहुल को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया तब उन्हें विवश होकर अपनी यात्रा आगे बढ़ानी पड़ी।

सीएम सुक्खू ने किया हनुमान चालीसा का पाठ

राम मंदिर आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले शिवसेना यूबीटी के नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता नहीं मिला था इसलिए उद्धव ठाकरे ने अपनी पत्नी और बेटे आदित्य ठाकरे के साथ नाशिक के काला राम मंदिर और गोदवरी घाटी पर महाआरती कर भगवान राम और सनातन के प्रति अपनी निष्ठा का इजहार किया। कांग्रेस नेता हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के प्रसिद्ध जाखू हनुमान मंदिर पहुंच दर्शन कर हनुमान चालीसा का पाठ किया और टवीट करते हुए कहा कि हनुमान के बिना रामायण अधूरी है।

देशवासियों की समृद्धि और खुशहाली की कामना

नरम हिन्दुत्व को आगे बढ़ाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने टवीट में अयोध्या समारोह का समर्थन करने में हिचक नहीं दिखाई और कहा कि हम सबके अराध्य प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर मैं देशवासियों को बधाई देता हुए देशवासियों की समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूं। बिहार में जदयू नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद नेता लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, एनसीपी नेता शरद पवार की ओर से किसी तरह की टीका-टिप्पणी नहीं की गई।

सबके हृदय में बसते हैं ‘सियाराम’

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने प्राण प्रतिष्ठा पर कुछ भी कहने से गुरेज किया मगर एक्स पर पोस्ट में अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए कहा ‘उस पावन हृदय में बसते हैं ‘सियाराम’, जो करता रीति-नीति-मर्यादा का मान।’ वहीं एक दूसरे पोस्ट में राहुल गांधी को मंदिर में प्रवेश से रोकने पर बिना नाम लिए सवाल उठाया और कहा कि किसी को भी भगवान के दर्शन करने से रोकने से बड़ा अधर्म और क्या हो सकता है। वहीं न हीं बसपा या पार्टी प्रमुख मायावती ने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किसी तरह की टीका-टिप्पणी की।