भोटा में स्थित राधास्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल को बंद करने के निर्णय के विरोध में स्थानीय जनता ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए और सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की। बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने धरने में भाग लेते हुए जनता का समर्थन किया और कहा कि वह इस लड़ाई में पूरी तरह से जनता के साथ हैं।
विधायक ने सरकार को दी चेतावनी
धरने में जनता को संबोधित करते हुए विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा:
“यह अस्पताल गरीबों के लिए जीवनरेखा है। इसे बंद करना अन्याय है और मैं इसे किसी भी कीमत पर नहीं होने दूंगा। यदि सरकार ने दो दिन के भीतर इस अस्पताल को बंद करने के निर्णय को वापस नहीं लिया, तो मैं आम जनता के साथ भूख हड़ताल शुरू करूंगा।”
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन गरीबों और जरूरतमंदों के स्वास्थ्य अधिकारों की रक्षा के लिए है और इसे सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
सरकार की नीतियों पर सवाल
विधायक ने राज्य सरकार पर गरीब विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा:
“हमीरपुर के मुख्यमंत्री ने अपने जिले की जनता की परेशानियों की अनदेखी कर दी है। सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधारने के बजाय सरकार उन संस्थानों को बंद करने की कोशिश कर रही है, जो सस्ते और गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध करा रहे हैं। यह फैसला जनता के स्वास्थ्य अधिकारों का उल्लंघन है।”
कांग्रेस नेताओं पर निशाना
विधायक लखनपाल ने कांग्रेस नेताओं को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा:
“कांग्रेस के नेता केवल अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। उन्हें जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। यह समय बयानबाजी का नहीं, बल्कि जनता के साथ खड़े होने का है।”
धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
इस धरने में क्षेत्र के विभिन्न गांवों से लोग शामिल हुए। प्रदर्शन में बड़सर के उपप्रधान राकेश, कड़साई पंचायत के पूर्व प्रधान रवींद्र कुमार, वर्तमान प्रधान राम रत्न, कुल्हेड़ा के उपप्रधान इंद्रजीत, देवराज, रणवीर, अजय, त्रिशला देवी, महिला मंडल कुल्हेड़ा, कमलदेव, अमर सिंह, और बलवंत राय सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
विधायक ने दिया जनता को आश्वासन
विधायक लखनपाल ने कहा:
“यह लड़ाई किसी पार्टी की नहीं, बल्कि आम जनता के अधिकारों और स्वास्थ्य सेवाओं की रक्षा के लिए है। जब तक यह अस्पताल बच नहीं जाता, मैं और मेरी पूरी टीम जनता के साथ खड़ी रहेगी।”
राधास्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल को बंद करने के खिलाफ यह आंदोलन अब जनआंदोलन का रूप ले चुका है। जनता और विधायक के संयुक्त प्रयास से सरकार पर दबाव बनाने के लिए यह प्रदर्शन आगे और तेज किया जाएगा।