सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल की अव्यवस्थाओं ने एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी है। सस्ते और बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर सुबह से कतारों में खड़े मरीजों के हाथ अंत में नाउम्मीदी ही लगी। मरीजों ने आरोप लगाए हैं कि अस्पताल में इलाज तो मिल जाता है, लेकिन दवा के लिए उन्हें अगली सुबह तक इंतजार करना पड़ता है। अस्पताल पहुंचे मरीजों ने बताया कि सुबह से पहले पर्ची बनाने के लिए लंबी कतार, फिर डॉक्टर के चेकअप के लिए लाइन और अंत में दवा काउंटर पर पहुंचने तक काउंटर बंद कर दिया जाता है। मरीजों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में सस्ती दवा मिलने की उम्मीद लेकर वे आते हैं, लेकिन यहां समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है।ब्रिज मोहन , सवित्री मरीजों ने बताया कि जिस समय वे इलाज करवाकर दवा काउंटर पर पहुंचे, तब तक काउंटर बंद हो चुका था। ऐसे में उन्हें दवा लेने के लिए अगले दिन फिर अस्पताल आना पड़ेगा। कई मरीजों ने कहा कि डॉक्टर पांच बजे तक उपलब्ध हैं,उनके द्वारा इलाज किया जा रहा है, लेकिन दवा देने वाला चार बजे ही काउंटर बंद कर चला जाता है, जिससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि यदि वह पूरे दिन अस्पताल में समय बिता रहे हैं तो कम से कम उन्हें उसी दिन दवा मिलनी चाहिए। दवा के लिए अगले दिन फिर से अस्पताल आने का मतलब है कि उनका समय और मेहनत दोनों बेकार जा रहे हैं।पीड़ित मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल में दवा काउंटर की समय सारिणी को मरीजों की सुविधा के अनुसार बदला जाए, ताकि इलाज के बाद दवा मिलने में कोई परेशानी न हो।बाइट ब्रिज मोहन , सवित्री