अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय कुमार यादव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों का संरक्षण सुनिश्चित बनाना है और बालिकाओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों की पहचान कर लड़कियों को और अधिक सशक्त बनाना है। अजय यादव आज यहां अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
अजय यादव ने कहा कि बालिका सशक्तिकरण के लिए समाज में बालिकाओं की सुरक्षा, उनके सम्मानजनक जीवन-यापन एवं सशक्तिकरण के लिए सामूहिक प्रयासों की नितांत आवश्यकता है। तभी महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बेहतर समाज निर्माण में सहायक हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि आज बेटियां जीवन के हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। खेलकूद, राजनीति, सेना सहित विभिन्न क्षेत्रों में बालिकाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सामाजिक गतिविधियों एवं सतत् विकास प्रक्रिया में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित बनाने तथा उन्हें सक्षम बनाने के लिए अनेक योजनाएं आरम्भ की हैं।
महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने तथा उन्हें आपातकालीन स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान के लिए महिला हेल्पलाइन-181 आरम्भ की गई है। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न महिला केन्द्रित योजनाओं और उनके प्रभावों के बारे में सारगर्भित जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत हस्ताक्षर पट्ट पर हस्ताक्षर किए गए तथा बेटियों की सुरक्षा की शपथ दिलाई गई।
इस अवसर पर नवजात बालिकाओं, विभिन्न स्कूलों की 10वीं और 12वीं कक्षा में अव्वल रहने वाली छात्राओं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी कविता गौतम ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए चलाई जा रही सम्बल एवं सामर्थ्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष कमल वर्मा, सोलन जिला के विभिन्न आंगनबाड़ी वृतों में कार्यरत आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका रीना, निर्मला, उर्मिला, लव्या बिंद्रा, हीरादेवी, रेणू शर्मा, रेखा शर्मा तथा विभाषा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया।