समाज में नशे के अनैतिक प्रवाह को रोकने के लिए पुलिस अब बुद्धिजीवी वर्ग का सहारा लेगी। बुद्धिजीवी वर्ग को साथ जोड़कर समाज को नशे के घातक नतीजों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों, शिक्षण संस्थानों के संचालकों, प्रधानाचार्यों और अन्य बुद्धिजीवियों को साथ जोड़ा जाएगा। इसके लिए जिला पुलिस 15 अक्तूबर से एक विशेष अभियान शुरू करने जा रही है। यह अभियान बुद्धिजीवी वर्ग को साथ जोडऩे के लिए चलाया जाएगा। वर्तमान में नशा समाज के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। देखा गया है कि नशे का प्रवाह समाज में तेजी से हो रहा है। इसे रोकने के लिए जागरूकता एक कारगर माध्यम है। जागरूकता से ही ऐसे लोगों पर भी शिकंजा कसा जा सकता है जो समाज में घातक नशा पहुंचाने का जरिया बने हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि मादक पदार्थों के अनैतिक प्रवाह, प्रचलन और अनैतिक इस्तेमाल को समाज के विभिन्न वर्गों के सहयोग से जड़ से उखाड़ा जाएगा। इसकी के मद्देनजर हमीरपुर जिला पुलिस द्वारा एक सुनियोजित कार्यक्रम का शुभारंभ 15 अक्तूबर 2024 से किया जा रहा है। इसमें थाना सदर क्षेत्र में पडऩे वाली सभी ग्राम पंचायतों में चुने गए सदस्यों/ प्रतियोगिताओं, शिक्षण संस्थानों के संचालकों और प्रधानाचार्यों तथा कुछ अन्य बुद्धिजीवियों को शामिल किया जा रहा है। कार्यक्रम की योजना के अनुसार निर्धारित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए कार्यक्रम थाना सदर से आरंभ करके शीघ्र एक-एक करके सभी थानों, क्षेत्रों में आने वाले चयनित प्रतिनिधियों को शामिल करके किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सभी शिक्षण संस्थानों, कोचिंग संस्थानों और प्रत्येक पंचायत तथा गांव-गांव जाकर कार्यक्रम के उद्देश्य और क्रियान्वयन के बारे जागरूक किया जाएगा। प्रत्येक नागरिक को इस दिशा में उनके कर्तव्यों और पुलिस द्वारा आपेक्षित सहयोग बारे जानकारी दी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि नशा वर्तमान समय में सबके लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। सामुदायिक सहयोग पुलिस को हमेशा से मिलता आ रहा है तथा इसी की लाभ आगामी समय में और बेहतर मिलेगा जिसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।