भारत सरकार के एक लिस्टेड आतंकी की गोली मार कर हत्या कर दी गई है. इस आतंकी का नाम शाहिद लतीफ़ बताया जा रहा है. शाहिद 2016 में हुए पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड था. इसके साथ ही वह भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में भी शामिल था.
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मोस्ट वांटेड आतंकी Shahid Latif की पाकिस्तान में हत्या
कौन था Shahid Latif?
विमान हाईजैक का भी लगा था आरोप
मोस्ट वांटेड आतंकी Shahid Latif की पाकिस्तान में हत्या
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार को पाकिस्तान के सियालकोट में कुछ अज्ञात हमलावरों ने शाहिद लतीफ की गोली मारकर हत्या कर दी. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, मोटरसाइकिल पर आए हमलावरों ने सियालकोट की बाहरी मस्जिद के बाहर आतंकी लतीफ की हत्या को अंजाम दिया. आतंकी लतीफ़ की हत्या के बाद हमलावर वहां से फरार हो गए. जिसके बाद पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी.
कौन था Shahid Latif?
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला का रहने वाला शाहिद तलीफ सियालकोट सेक्टर का कमांडर था. वह भारत में आतंकवादियों को भेजने और आतंकवादी हमलों की योजनाएं बनाने में शामिल रहता था. 2 जनवरी 2016 को हुए पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड 41 वर्षीय शाहिद लतीफ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का सदस्य था. बताया जाता है कि शाहिद ने सियालकोट से पठानकोट हमले की अगुवाई की थी. इस हमले को अंजाम देने के लिए उसने चार जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों को पठानकोट भेजा था.
नवंबर 1994 में लतीफ को गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी आरोप में भारत में गिरफ्तार किया गया था. उस पर मुकदमा भी चलाया गया. जिसके बाद उसे जेल में डाल दिया गया था. भारत में सजा काटने के बाद उसे 2010 में अन्य 20 पाकिस्तानी कैदियों के साथ वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेज दिया गया था.
विमान हाईजैक का भी लगा था आरोप
पठानकोट हमले के आलावा लतीफ़ पर 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान के अपहरण का भी आरोप था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच में कहा गया कि लतीफ 2010 में अपनी रिहाई के बाद पाकिस्तान में जिहादी फैक्ट्री में वापस चला गया. उसे भारत सरकार द्वारा वांछित आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था.
बता दें कि 2016 में पंजाब के पठानकोट स्थित एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ था. आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में सेना के सात जवान शहीद हुए थे. पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन भारत की सीमा के पास है. यहां देश के बड़े हथियार रखे जाते हैं. जंगी माहौल में युद्ध की पूरी रणनीति यहीं से अंजाम दी जाती है. 1965 और 1971 की लड़ाई में भी इस एयरफोर्स स्टेशन ने बड़ी भूमिका निभाई थी. मिग-21 लड़ाकू विमानों के लिए यह बेस स्टेशन है.