जनपद में स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपनी जान जोखिम में डालकर टीकाकरण करने गांव-गांव पहुंच रही हैं। इसी तरह क़ुल्लू के जरी स्वास्थ्य खंड के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला देवी व सेसी देवी ने 10 किलोमीटर खतरनाक रास्ते से होकर नजां गांव पहुंची, जहां बच्चों और महिलाओं को टीका लगाया।
जानकारी के अनुसार इस दौरान 11 बच्चों और तीन महिलाओं को स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने टीकाकरण किया। क्षेत्र में कई जगह बाढ़ और भूस्खलन के कारण पैदल रास्ता भी पूरी तरह से साफ हो चुका है। लिहाजा नदी नालों के किनारे भी अब लकड़ी डालकर खतरनाक रास्ते बनाए गए हैं, जो पैदल चलने के लिए बहुत ही खौफनाक बने हुए हैं। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने जान जोखिम में डालकर इन बाधाओं को पार करते हुए गांव तक का सफर किया।
उधर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला देवी और सेसी देवी ने बताया कि गांव तक पहुंचने वाला रास्ता बहुत ही कठिन था जिसमें जगह-जगह रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। नदी नालों के किनारे लकड़ी की सीढ़ी से होकर खतरनाक जगहों को पार करना पड़ा, जिसके बाद गांव पहुंच पाए।