परवाणु नगर परिषद में काफी दिनों से खींचतान चल रही थी। कांग्रेस की परवाणु नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा के खिलाफ कांग्रेस और भाजपा के पार्षद अविश्वास प्रस्ताव ले कर आए थे। जिस पर 22 अगस्त को फ्लोर टैस्ट किया जाना था। लेकिन फ्लोर टैस्ट से पहले ही अध्यक्ष ने आज उपायुक्त सोलन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। आप को बता दें कि निशा शर्मा को अध्यक्ष बने करीबन ढाई वर्ष हो चुके थे इस दौरान उन्होंने परवाणु के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए लेकिन पार्टी की अंदरूनी कलह के कारण पार्षदों में तालमेल ठीक न रहा और आज उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
नगर परिषद परवाणु की कांग्रेस अध्यक्ष निशा शर्मा ने कहा कि आपसी खींचतान का असर पार्टी पर नहीं पड़ना चाहिए यही वजह है कि उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वह ख़ुशक़िस्मत है कि उन्हें ढाई वर्ष परवाणु वासियों की सेवा करने का मौका मिला। बिना किसी भेदभाव के सभी वार्डों का समान विकास किया लेकिन कुछ लोगों को शायद उनकी कार्यप्रणाली पसंद नहीं आई। लेकिन इस बात का उन्हें कोई मलाल नहीं है। वह कांग्रेस पार्टी की सच्ची सिपाही है और वह पार्टी की भलाई के लिए एक जुट हो कर कार्य करेंगी और आने वाले चुनावों में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के लिए कार्य करेंगी।