सोलन में पानी को लेकर हाहाकार, विधायक बेखबर

 

गिरी पेयजल योजना का 14 करोड़ का जीर्णेद्धार भी नहीं बुझा रहा जनता की प्‍यास

निगम में काग्रेस की आपसी लड़ाई से निगम को नुकसान, जनता परेशान

सात माह से नहीं बंटे बिल, तीन करोड़ की होनी है वसूली, कर्मचारियों को वेतन के लाले

जनता पर एक मुश्‍त अदायगी के वित्‍तीय बोझ वाली अदायगी की तलवार लटकी

कांग्रेस के घोषणापत्र में हर दिन पीने का मुफ्त पानी और वितरण प्रणाली को बेहतर करने के दावे भी हवा

2021 में नगर निगम चुनावों के घोषणापत्र में हर दिन पीने का मुफ्त पानी और वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने के वायदे पर कांग्रेस खरी नहीं उतरी है। चुनाव जीतने के बाद गारंटियों की तरह कांग्रेस नगर निगम के चुनावों में किए गए वायदों को भी भूल गई है।
भाजपा प्रवक्‍ता और पाषर्द शैलेंद्र गुप्‍ता ने कहा कि सोलन में पांच दिन से पानी के लिए हाहाकार मचा है, लेकिन विधायक एवं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री धनी राम शांडिल बेखबर हैं। सरकार की ढीली पकड़ के कारण नगर निगम और जलशक्ति विभाग में सामंजस्‍य नहीं दिख रहा है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में 14 करोड़ से बनी गिरी पेयजल विस्‍तारीकरण योजना कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बेकार सााबित हो रही है।
नगर निगम में कांग्रेस पार्षदों की आपसी कलह में पानी की समस्‍या उलझ कर रह गई है। सोलन निगम और गांव की करीब एक लाख की आबादी को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। सात माह से पानी के बिल नहीं बांटे गए हैं। तीन करोड़ से अधिक अधिक के बिल वसूले जाने हैं। पैसा एकत्र न होने के चलते कर्मचारियों के मासिक वेतन के लाले पड़े हैं। जनता पर एक मुश्‍त अदायगी के वित्‍तीय बोझ वाली अदायगी की तलवार लटक रही है।
भाजपा प्रवक्‍ता का कहना है कि कांग्रेस समर्थित नगर निगम जनता से जुड़े सबसे बड़े मुद्दे पानी की समस्‍या को हल करने में नाकाम साबित हो रही है। यह कांग्रेस की लचर कार्यशैली को दर्शाता है। यदि समय रहते पानी की समस्‍या का समाधान नहीं हुआ तो लोग सड़कों पर उतरेंगे और इसकी फजीहत की जिम्‍मेवार कांग्रेस सरकार होगी।