शिवरात्रि पर्व आज पूरे देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है सुबह से ही शिवालय और मंदिरों में भक्तों का ताता लगा हुआ है और शिव भक्त भगवान शिव की आराधना में लीन है।।
प्राचीन नरसिंह मंदिर सोलन में भी सुबह से ही श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे और पूजा अर्चना की सुबह 6:00 बजे से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा,
भगवान शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद होता है। इसके अलावा उन्हें रेवड़ी, चिरौंजी और मिश्री आधी का प्रसाद आज श्रद्धालु शिवलिंग पर अर्पण कर रहे है। सावन के महीने में भोले बाबा का व्रत रखकर उन्हें गुड़ चना और चिरौंजी का भोग लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
बता दे की रात्रि के समय नरसिंह मंदिर में आज चार पर शिव पूजा की जाएगी और शिव महापुराण कथा का भी आज समापन होगा।
कथा वाचक दिनेश का कहना है कि धार्मिक कथाओं के अनुसार, फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवलिंग के रूप में भगवान शिव प्रकट हुए थे। इसलिए हर साल इस दिन भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग स्वरूप में प्रकाट्य पर्व के रूप महाशिवरात्रि मनाई जाती है। मान्यता है कि शिवजी के निराकार स्वरूप के प्रतीक ‘लिंग ‘ शिवरात्रि के दिन महानिशा में प्रकट हुए थे और सबसे पहले ब्रह्मा और विष्णुजी के द्वारा पूजित हुए थे।