सोलन नगर निगम कायदे कानून को ना मानकर अपनी मनमर्जी कर रही है। यह तंज भाजपा शहरी मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र गुप्ता ने कसा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश म्युनिसिपल कॉरपोरेशन एक्ट 1994 एक्ट 53 के तहत नगर निगम को 1 महीने के अंदर आम सभा बुलाना अनिवार्य है लेकिन नगर निगम सोलन की पिछली बैठक 26 अक्टूबर को हुई थी! सोलन नगर निगम को बने लगभग 4 वर्ष हो चुके है। लेकिन इस कार्यकाल में मात्र 12 आम सभाएं अभी तक हो सकी है। जिस कारण शहर का विकास प्रभावित हुआ है। इस से साबित होता है कि नगर निगम सोलन का विश्वास लोकतंत्र में बिल्कुल नहीं है!
रोष प्रकट करते हुए भाजपा पार्षद और शहरी मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र गुप्त ने कहा कि कल नगर निगम ने बैठक रखी है जिसमें विकास के कार्यों को लेकर चर्चा होगी। लेकिन अभी तक ठेकेदारों का पिछला भुगतान उनसे दिया नहीं गया है तो विकास कार्यों पर चर्चा करना फजूल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पुरानी शराब नई बोतल में लेकर सोलन की जनता को परोसने के लिए तैयार खड़ी है। क्योंकि पहले कांग्रेस नेताओं ने कहा की जनता को मुफ्त में पानी देंगे। लेकिन चुनाव के जीतने के बाद जनता को पानी के लिए तरसाया गया। अब उनके नेता कह रहे हैं प्रतिदिन पानी देंगे। जबकि गर्मियों में तो दस दस दिन तक पानी की हाय तौबा रही। अब चुनाव आने वाले हैं इसलिए अब वह पुराने वादे को छोड़कर नए वादे फिर से कर जनता को बेवकूफ बनाना चाह रहे हैं!