सोलन में कृषि अधिकतर बारिश पर आधारित है। क्योंकि यहाँ अधिक नदियां नहीं है इसलिए फसल सिंचाई के लिए किसानों को बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है और वाटर टैंक बना कर पानी को उसमें संग्रह करना पड़ता है। इन पानी के टैंको से पानी निकाल कर खेतों को सींचना पड़ता है। फसल सिंचाई के लिए किसानों को खूब पसीना बहाना पड़ता है। अब किसानों के लिए ख़ुशी की खबर है कि सिंचाई के लिए अब उन्हें अधिक मेहनत करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि राजकीय कृषि यंत्र कार्यक्रम के तहत किसानों को अनुदान दिया जाएगा और वह पानी के टैंकों से पाइप लगा कर खेतों की सिंचाई कर पाएंगे। यह जानकारी जिला कृषि अधिकारी सीमा कंसल ने मीडिया को दी।
जिला कृषि अधिकारी सीमा कंसल ने बताया कि किसान काफी समय से मांग कर रहे थे कि उन्हें सिंचाई के लिए अनुदान पर पानी की पाइपें चाहिए ताकि वह पानी के टैंकों से सीधा पाइप लगा कर अपने खेतों को सींच सके। अब राजकीय कृषि यंत्र कार्यक्रम के तहत सरकार ने किसानों को पाइप ख़रीदने पर अनुदान देने का निश्चय किया है। वहीँ ब्रश कटर और वीडर भी उपलब्ध करवाए जा रहे है। जो भी किसान इस योजना का लाभ लेना चाहता है वह ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं पर बजट कम है इस लिए किसानों से आग्रह है कि वह जल्द ही अप्लाई कर इस योजना का लाभ उठाएं।