नूरपुर के राजकीय आर्य महाविद्यालय के बी.एससी. रसायन विभाग ( केमिस्ट्री) मेजर और बी.ए अर्थशास्त्र (इकोनॉमिक्स) मेजर के छात्रों ने राजा का बाग में लेनिट फार्मास्यूटिकल्स के औद्योगिक दौरे एवं कार्यशाला में भाग लिया। प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में रसायन विज्ञान विभाग के प्रो. संजय कुमार जसरोटिया, डॉ. मनोज कुमार और सुश्री शिखा ने इस दौरे में छात्रों का मार्गदर्शन किया। लेनिट फार्मास्यूटिकल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक दिनेश गुप्ता ने प्राथमिक संसाधन व्यक्ति के रूप में कार्य किया। पूरे दिन, उद्योग के अधिकारियों सिमरजीत सिंह और अश्विनी शर्मा ने छात्रों को दवा निर्माण प्रक्रिया की गहन जानकारी प्रदान की। इसमें कच्चे माल से लेकर तैयार उत्पादों तक दवा उत्पादन में शामिल जटिल चरणों का अवलोकन करना शामिल था l अधिकारियों ने ब्लिस्टर पैकिंग, स्ट्रिप पैकिंग और एलु-एलु पैकिंग सहित विभिन्न पैकेजिंग विधियों का प्रदर्शन किया, तथा प्रत्येक प्रक्रिया में शामिल मशीनरी का प्रदर्शन किया। इस व्यावहारिक अनुभव ने छात्रों को वितरण के लिए दवाइयों को कैसे तैयार किया जाता है, इसकी व्यावहारिक समझ प्रदान की।
गुणवत्ता नियंत्रण इस दौरे का एक और मुख्य केंद्र बिंदु था। छात्रों ने गुणवत्ता नियंत्रण मापदंडों की महत्वपूर्ण भूमिका और उत्पाद सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित करने में UV स्पेक्ट्रोफोटोमीटर, पीएच (pH) मीटर और कार्ल-फिशर टाइट्रेटर जैसे वैज्ञानिक उपकरणों के महत्व के बारे में सीखा। उन्होंने टैबलेट विघटन परीक्षण का भी अवलोकन किया, जो दवा विघटन का मूल्यांकन करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
तकनीकी पहलुओं से परे, इस दौरे में गुणवत्ता आश्वासन (QA) पर एक सत्र और दवा मानकों का अवलोकन शामिल था। छात्रों ने भारतीय फार्माकोपिया, ब्रिटिश फार्माकोपिया और यूएस फार्माकोपिया में उल्लिखित नियमों का पालन करने के महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त की।
पूरे दिन, छात्र सक्रिय रूप से जुड़े रहे, कई सवाल पूछे और उद्योग में गहरी रुचि दिखाई। कार्यशाला के अंतिम चरण में कॉलेज के अधिकारियों और छात्रों ने श्री गुप्ता और पूरी लेनिट फार्मास्यूटिकल्स टीम के प्रति उनके बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और आतिथ्य के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यशाला के अंत में महाविद्यालय के छात्रों और उनके साथ आए प्राध्यापकों ने लेनिट फार्मास्यूटिकल के प्रबंध निदेशक व अन्य अधिकारियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।