गुटों में बंटे अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का अपनी अपनी डफ़ली अपना अपना राग, शिमला में त्रिलोक गुट की बैठक।

Non-Gazetted Employees Federation divided into factions, each has his own drum, his own tune, meeting of Trilok faction in Shimla.

हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दों को लेकर शिमला में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (त्रिलोक गुट) की एक बैठक आयोजित की गई। गुटों में बंटे महासंघ के चलते कर्मचारी अपनी मांगों को मनवाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं। बैठक में महासंघ के राज्य पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष व कार्यकारिणी और विभिन्न विभागों के अध्यक्षों, सचिवों एवं अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया। दो दिन पहले ही प्रदीप ठाकुर गुट के महासंघ ने शिमला में कर्मचारियों की बैठक की थी। हिमाचल में कर्मचारियों के कई गुट बन गए हैं जो स्वयंभू नेता बन गए है। जिसका फ़ायदा सरकार और अफसरशाही उठा रही है। नतीजा कर्मचारियों का दवाब न होने से उनकी मांगे हासिए पर हैं। बैठक में कर्मचारियों के मुद्दों को लेकर सरकार से शीघ्र संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक बुलाए जाने की जोरदार मांग उठाई गई। इस मौके पर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष त्रिलोक ठाकुर ने बताया कि विभागों में कर्मचारियों के काफ़ी रिक्त पद चल रहे हैं। कर्मचारियों को मिलने वाले वित्तीय लाभ नही मिल रहे है। जेसीसी की बैठक सरकार बुला नही रही है। उनकी मांग हैं की सरकार जल्द जेसीसी की बैठक आयोजित कर कर्मचारियों की मांगो को पूरा करे। अन्यथा कर्मचारियों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। दूसरे गुट के सवाल पर त्रिलोक ने बताया की प्रदीप गुट तो ओपीएस वाला गुट था। जिसका कर्मचारियों के महासंघ से कुछ लेना देना हैं।